दिल्ली पुलिस ने ISI के दो संदिग्ध एजेंटों को जासूसी के शक में जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले से गिरफ़्तार किया है, जिसमें से एक (मुनव्वर अहमद मीर) को भारतीय सेना का पूर्व जवान है। मीर ने 1999 की कारगिल लड़ाई में हिस्सा लिया था।
बीते एक हफ़्ते में दिल्ली पुलिस कुल चार ISI एजेंटों को गिरफ़्तार कर चुकी है और शुक्रवार को जिन 2 दो लोगों को राजौरी से गिरफ़्तार किया गया उनके नाम मुनव्वर अहमद मीर और सबर बताए जा रहे हैं।
मुनव्वर इंडियन आर्मी का रिटायर्ड हेड कॉन्स्टेबल है, जबकि सबर राजौरी के एक स्कूल में टीचर है। सबर को पकड़ते वक्त पुलिस को काफी मुश्किलों को सामना करना पड़ा। पुलिस की टीम को देखते ही सबर अपने घर की छत से कूद गया, जिससे उसके पैर में फ्रैक्चर आ गया। फिलहाल उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यहां स्थानीय लोगों में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम को घेर लिया था।
इसके बाद स्थानीय पुलिस के आने पर सबर को थाने ले जाया गया। इन दोनों आरोपियों के बारे में पहले पकड़े गए संदिग्ध ISI एजेंट कैफ़ेतुल्ला ख़ान ने जानकारी दी थी। पुलिस के मुताबिक, ये लोग ख़ुफिया जानकारी और दस्तावेज़ सीमा पार भेज रहे थे। इस मामले में सेना के कुछ और जवानों की भूमिका भी सामने आई है, जिन्हें पकड़ने की कोशिशें जारी हैं।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं