प्रवर्तन निदेशालय (ED) की पूछताछ का सामना करने के लिए शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक (Pratap Sarnaik) गुरुवार को ED दफ़्तर (Enforcement Directorate) पहुंचे. टॉप्स ग्रुप मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रही ED ने सरनाईक को तीसरी बार समन भेजकर हाजिर रहने को कहा था. इसके पहले दो बार बुलाने पर भी सरनाईक हाजिर नही हुए थे. प्रवर्तन निदेशालय के अनुसार, टॉप्स ग्रुप के प्रमोटरों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच में एमएमआरडीए से जुडी गड़बड़ी सामने आई है, जिसमें टॉप्स सेक्युरिटी ने एमएमआरडीए को सुरक्षा गार्ड देने का करार किया लेकिन तैनाती सिर्फ 70 फीसदी गार्डों की जबकि बिल 100 फीसदी तैनाती का बनाया गया था .
इस मामले को लेकर शिवसेना और बीजेपी आमने-सामने हैं. ED की कार्रवाई के बाद मामले में शिकतकर्ता रमेश अय्यर के खिलाफ मुम्बई पुलिस की EOW ने जांच शुरू कर दी है.राजनीतिक हलकों में माना जा रहा है कि महाराष्ट्र की ठाकरे सरकार ने ED का जवाब EOW से दे रही है.
ED का आरोप है कि एमएमआरडीए में बिल पास कराने का काम अमित चांदोले (Amit Chandole) नामक शख्स का है जो प्रताप सरनाईक का करीबी है और उस रकम में से 50 फीसदी का कट प्रताप सरनाईक को जाता था. मामले में ED प्रताप सरनाईक और उनके बेटों के घरों की तलाशी ली चुकी है, वहीं बेटे विहांग से एक दौर की पूछताछ भी हो चुकी है. ED टीम अब तक मामले में अमित चांदोले और और टॉप्स ग्रुप में एम डी शशी धरन को गिरफ्तार कर चुकी है.
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