"गरीबों को मुफ्त राशन के लिए तिरंगा खरीदने पर मजबूर करना शर्मनाक..." राहुल गांधी ने बीजेपी पर साधा निशाना 

राहुल गांधी ने अपने पोस्ट में लिखा कि तिरंगा हमारा अभिमान है, ये हर दिल में बसता है. राष्ट्रवाद कभी बेचा नहीं जा सकता, ये बहुत ही शर्मनाक है कि राशन देने के बदले गरीबों से तिरंगे के नाम पर जबरन 20 रूपए की वसूली की जा रही है

राहुल गांधी ने राशन के लिए तिरंगा खरीदने की घटना को शर्मनाक बताया

खास बातें

  • राहुल गांधी ने घटना को बताया शर्मनाक
  • फेसबुक पोस्ट कर साझा की अपनी बात
  • राहुल गांधी से पहले वरुण गांधी ने भी रखी थी अपनी बात
नई दिल्ली:

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हरियाणा में गरीबों को मुफ्त राशन दिए जाने से पहले उनसे 20 रुपये में तिरंगा खरीदने पर मजबूर करने की घटना की निंदा की है. उन्होंने इस पूरी घटना को लेकर एक फेसबुक पोस्ट भी लिखा है. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि तिरंगा हमारा अभिमान है, ये हर दिल में बसता है. राष्ट्रवाद कभी बेचा नहीं जा सकता, ये बहुत ही शर्मनाक है कि राशन देने के बदले गरीबों से तिरंगे के नाम पर जबरन 20 रूपए की वसूली की जा रही है. तिरंगे के साथ-साथ हमारे देश के गरीबों के आत्मसम्मान पर भी प्रहार कर रही है भाजपा सरकार. राहुल गांधी ने इस घटना पर केंद्र पर भी निशाना साधा है. 

बता दें कि हर घर तिरंगा अभियान के तहत मोदी सरकार ने 20 करोड़ घरों पर तिरंगा लगाने का फैसला किया है. सरकार के इस अभियान को बीजेपी शासित राज्य भी खूब भुना रहे हैं. इसी बीच हरियाणा में सोशल माडिया पर एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है.इस मैसेज में लिखा है कि डिपो धारकों द्वारा राशन डिपो पर बिना झंडे खरीदे राशन नहीं मिलेगा. मैसेज में लिखा है कि डिपो से जुड़े सभी राशन कार्ड धारक 20 रुपये लेकर डिपो पर झंडा लेने पहुंचे. झंडा न लेने वालों को अगस्त महीने का गेहूं नहीं दिया जाएगा.

यह मैसेज हरियाणा में ही नहीं बल्कि वायरल होकर पूरे देश में पहुंच गया. इसके बाद बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने यह ट्वीट किया है. उन्होंने एक वीडियो भा शेयर किया है, जिसमें लोग कह रहे हैं कि हमारे पास राशन खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं और हम तिरंगा खरीदने के लिए पैसे कहां से लाएं. 

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इस पूरे मामले पर बीजेपी नेता वरुण गांधी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी थी. वरुण गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा, "आजादी की 75वीं वर्षगाँठ का उत्सव गरीबों पर ही बोझ बन जाए तो दुर्भाग्यपूर्ण होगा. राशन कार्ड धारकों को या तिरंगा खरीदने पर मजबूर किया जा रहा है या उसके बदले उनके हिस्से का राशन काटा जा रहा है. हर भारतीय के हृदय में बसने वाले तिरंगे की कीमत गरीब का निवाला छीन कर वसूलना शर्मनाक है.