यासीन भटकल (फाइल फोटो)
हैदराबाद:
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में स्थित चेरलापल्ली केंद्रीय कारागार में बंद आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन (आईएम) के संस्थापक यासीन भटकल के जेल से भागने की कोशिशों का खुलासा होने के बाद शनिवार को अधिकारियों ने जेल की सुरक्षा बढ़ा दी है।
जेल की सुरक्षा में बढ़ोतरी उस सनसनीखेज खुलासे के बाद की गई, जिसमें कहा गया है कि भटकल ने जेल से ही अपनी पत्नी को फोन कर कहा है कि वह दमिश्क की मदद से जल्द ही जेल से बाहर आने वाला है।
भटकल द्वारा इस्लामिक स्टेट (आईएस) की मदद लेने की आशंकाओं के मद्देनजर कथित तौर पर खुफिया एंजेंसियां भटकल के फोन इंटरसेप्ट कर रही थीं।
हालांकि, जेल अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआईए) या अन्य एजेंसियों ने उन्हें इस संबंध में कोई सूचना नहीं दी है।
उन्होंने इस बात की भी पुष्टि की कि भटकल ने जेल से ही अपनी पत्नी और मां को 27 बार फोन किया और उसके इन फोन कॉल्स को रिकॉर्ड किया गया है और उनका विश्लेषण किया जा रहा है।
कई आतंकवादी वारदातों में आरोपी भटकल हैदराबाद के दिलसुखनगर बम विस्फोट कांड में भी आरोपी है और फिलहाल चेरलापल्ली जेल में कैद है।
पुलिस उपमहानिरीक्षक (कारा) नरसिम्हा ने कहा कि इस साल फरवरी में न्यायालय के निर्देश पर भटकल को अपने परिजनों से बातचीत करने की सुविधा मिली थी, जिसके मुताबिक वह एक सप्ताह में दो बार पांच मिनट तक बात कर सकता था।
उन्होंने पत्रकारों को बताया, 'वह उर्दू और अरबी में बात कर रहा था। नियमों के मुताबिक, हमने उसके सभी कॉल रिकॉर्ड किए हैं और हम यह ऑडियो टेप सुरक्षा एजेंसियों को सौंप देंगे।'
भटकल की पत्नी जाहिदा और मां रिहाना दिल्ली में रहती हैं। उन्होंने हालांकि इस बात से इनकार किया है कि उसे मोबाइल की सुविधा जेल अधिकारियों से मिली है।
अधिकारी ने कहा कि सभी कैदियों को अपने परिजनों से जेल के लैंडलाइन फोन पर बातचीत करने की इजाजत है।
पुलिस उप महानिरीक्षक ने कहा कि उन्हें एनआईए से कोई सूचना नहीं मिली है, लेकिन ऐहतियातन सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है।
जेल की सुरक्षा में बढ़ोतरी उस सनसनीखेज खुलासे के बाद की गई, जिसमें कहा गया है कि भटकल ने जेल से ही अपनी पत्नी को फोन कर कहा है कि वह दमिश्क की मदद से जल्द ही जेल से बाहर आने वाला है।
भटकल द्वारा इस्लामिक स्टेट (आईएस) की मदद लेने की आशंकाओं के मद्देनजर कथित तौर पर खुफिया एंजेंसियां भटकल के फोन इंटरसेप्ट कर रही थीं।
हालांकि, जेल अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआईए) या अन्य एजेंसियों ने उन्हें इस संबंध में कोई सूचना नहीं दी है।
उन्होंने इस बात की भी पुष्टि की कि भटकल ने जेल से ही अपनी पत्नी और मां को 27 बार फोन किया और उसके इन फोन कॉल्स को रिकॉर्ड किया गया है और उनका विश्लेषण किया जा रहा है।
कई आतंकवादी वारदातों में आरोपी भटकल हैदराबाद के दिलसुखनगर बम विस्फोट कांड में भी आरोपी है और फिलहाल चेरलापल्ली जेल में कैद है।
पुलिस उपमहानिरीक्षक (कारा) नरसिम्हा ने कहा कि इस साल फरवरी में न्यायालय के निर्देश पर भटकल को अपने परिजनों से बातचीत करने की सुविधा मिली थी, जिसके मुताबिक वह एक सप्ताह में दो बार पांच मिनट तक बात कर सकता था।
उन्होंने पत्रकारों को बताया, 'वह उर्दू और अरबी में बात कर रहा था। नियमों के मुताबिक, हमने उसके सभी कॉल रिकॉर्ड किए हैं और हम यह ऑडियो टेप सुरक्षा एजेंसियों को सौंप देंगे।'
भटकल की पत्नी जाहिदा और मां रिहाना दिल्ली में रहती हैं। उन्होंने हालांकि इस बात से इनकार किया है कि उसे मोबाइल की सुविधा जेल अधिकारियों से मिली है।
अधिकारी ने कहा कि सभी कैदियों को अपने परिजनों से जेल के लैंडलाइन फोन पर बातचीत करने की इजाजत है।
पुलिस उप महानिरीक्षक ने कहा कि उन्हें एनआईए से कोई सूचना नहीं मिली है, लेकिन ऐहतियातन सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है।
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