नई दिल्ली:
केंद्रीय संचार मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि साइबर सुरक्षा की चुनौतियों से निपटते वक्त व्यक्ति की निजता और देश की सुरक्षा चिंता के बीच संतुलन जरूरी है। सिब्बल ने मंगलवार को हेलसिंकी में 'उभरते बाजारों के लिए सूचना और नेटवर्क सुरक्षा' विषय पर एक सम्मेलन में बातचीत के चरण में कहा कि साइबर हमला एक व्यक्ति ही नहीं बल्कि एक प्रतियोगी कम्पनी और आक्रामक देश द्वारा भी किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि एक दुर्भावनापूर्ण 'मलवेयर' न सिर्फ परमाणु बिजली संयंत्र बल्कि वित्तीय बाजार को भी बाधित कर सकता है, जो आज दुनिया भर से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि कभी-कभी साइबर हमले का परिणाम आज आतंकवादी हमले से भी घातक हो सकता है। देश में दूरसंचार के विकास पर उन्होंने कहा कि यहां काफी बेहतर विकास हुआ है। उपभोक्ता की संख्या 2000 में 30 लाख से बढ़कर 2011 में 87 करोड़ तक पहुंच गई है। सिब्बल ने अंतर्राष्ट्रीय कम्पनियों को भारत में कारोबार करने के लिए आमंत्रित किया और कहा कि इससे जहां एक ओर बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा, वहीं कम्पनियों के लिए भी उत्पादन लागत घटेगी।