"इसमें SC/ST, OBC और अल्पसंख्यक महिलाओं को भी...", नारी शक्ति वंदन बिल पर बोलीं डिंपल यादव

डिंपल यादव ने कहा कि मैं पूछना चाहती हूं कि आखिर जब इस सरकार को 10 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं तो फिर अब क्यों महिलाओं की याद आई है. 

नई दिल्ली:

समाजवादी पार्टी (SP) की सांसद डिंपल यादव (Dimple Yadav) ने नारी शक्ति वंदन बिल को लेकर लोकसभा में अपनी बात रखी. उन्होंने सदन में कहा कि अगर इस बिल के माध्यम से केंद्र सरकार सही मायनों में महिलाओं का भला करना चाहती है तो उसे इसमें SC/ST, OBC और अल्पसंख्यक महिलाओं को भी शामिल करना चाहिए. डिंपल यादव ने सवाल किया कि लोकसभा और विधानभा में तो ये बिल लागू होगा लेकिन मैं ये पूछना चाहती हूं कि क्या ये बिल राज्यसभा और विधान परिषद में भी लागू होगा या नहीं लागू होगा.

सरकार ने आखिर 10 साल तक इंतजार क्यों किया ? 

SP सांसद (Dimple Yadav) ने कहा कि 13 साल से यह बिल लटका हुआ था और बीजेपी को सत्ता में आए लगभग एक दशक हो गया है. जब अब एक दशक पूरा होने जा रहा है तब जाकर इस सरकार को महिलाओं की याद आई है. डिंपल यादव ने कहा कि मैं पूछना चाहती हूं कि आखिर जब इस सरकार को 10 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं तो फिर अब क्यों महिलाओं की याद आई है.

आखिर परिसीमन कब होगा.  

उन्होंने (Dimple Yadav) कहा कि मेरा यह सवाल है कि आने वाले चुनाव में यह बिल लागू हो पाएगा या नहीं. पांच राज्यों में जो चुनाव होने वाले हैं उसमें भी ये नारी शक्ति वंदन बिल लागू होगा या नहीं. सवाल तो ये भी है कि आखिर जनगणना कब होगी. केंद्र की यह सरकार जातिगत जनगणना कराएगी या नहीं कराएगी. साथ ही हम ये भी जानना चाहते हैं कि आखिर परिसीमन कब होगा.  

पिछड़े वर्ग की महिलाओं को भी किया जाए शामिल

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

डिंपल यादव (Dimple Yadav) ने आगे कहा कि पीएम मोदी ने कहा सिद्धि की बात की थी. लेकिन साधना से ही सिद्धि की प्राप्ति होती है. और असली साधना तभी होगी जब हम महिलाओं को उनका पूर्ण आरक्षण देंगे. जब हम ओबीसी, एससी-एसटी और अल्पसंख्यक महिलाओं को भी आरक्षण देंगे. क्योंकि पीएम खुद तीन तलाक की बात करते हैं तो मुझे पूरा भरोसा है कि इसमें अल्पसंख्यक महिलाओं का भी पक्ष और मान रखा जाएगा. बगैर इन वर्गों को आरक्षण दिए हम महिलाओं के विकास और उनके उत्थान की बात को पूरी नहीं कर सकते. मुझे पूरा भरोसा है कि सपा की इस मांग पर मनन करेंगे. मुझे पूरी उम्मीद है कि पिछड़े वर्ग की महिलाओं को भी आगे आने का मौका दें.