कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद (Salman Khurshid) की अयोध्या (Ayodhya) पर आई नई किताब की भाजपा (BJP) जमकर आलोचना कर रही है. आश्चर्यजनक रूप से अब पार्टी को एक सहयोगी मिल गया है. खुर्शीद के पार्टी सहयोगी गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने किताब के एक विवादास्पद हिस्से को "तथ्यात्मक रूप से गलत" करार दिया है. खुर्शीद की किताब ''सनराइज ओवर अयोध्या:नेशनहुड इन अवर टाइम्स'' ('Sunrise Over Ayodhya: Nationhood in Our Times) पर जारी गर्मागर्म बहस के बीच टिप्पणी करते हुए कहा, "हम हिंदुत्व के साथ एक राजनीतिक विचारधारा के रूप में सहमत नहीं हो सकते हैं, लेकिन आईएसआईएस और जिहादी इस्लाम के साथ इसकी तुलना करना तथ्यात्मक रूप से गलत और अतिशयोक्ति है."
खुर्शीद ने अपनी किताब में लिखा है, "सनातन और शास्त्रीय हिंदू धर्म को संतों और मनीषियों के लिए जाना जाता है, उसे मौजूदा हिंदुत्व किनारे कर रहा है और उसके तमाम राजनैतिक स्वरूप ISIS और बोको हरम जैसे इस्लामी संगठनों जैसे हैं."
भाजपा ने उन पर कट्टरपंथी इस्लामी समूहों के साथ धर्म की तुलना करने, धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला बताया और कांग्रेस से बर्खास्त करने की भी मांग की है. साथ ही कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी पर भी निशाना साधा और कहा कि यदि वह हिंदुओं का सम्मान करती हैं तो बयान की व्याख्या करें.
इस मुद्दे पर गुलाम नबी आजाद सबसे पहले टिप्पणी करने वाले थे. पार्टी के भीतर भी उनकी निष्ठा ने उन्हें विरोधी खेमे में खड़ा कर दिया है.
'सुधार सवाल उठाने से नहीं, त्याग से आता है' : सलमान खुर्शीद का ‘जी-23' पर निशाना
खुर्शीद को जहां गांधी परिवार के वफादार के रूप में जाना जाता है, वहीं आजाद पिछले साल असहमति रखने वाले खेमे में शामिल हुए थे, जिसे जी-23 का नाम दिया गया है. असंतुष्ट नेताओं जिनमें कपिल सिब्बल और शशि थरूर जैसे पार्टी के दिग्गजों ने सोनिया गांधी को विस्फोटक पत्र लिखा था, जिसमें नेतृत्व में गिरावट और व्यापक संगठनात्मक परिवर्तन की मांग की गई थी.
सलमान खुर्शीद की किताब पर विवाद, भाजपा ने हिंदुत्व की बोको हरम से तुलना करने पर की आलोचना | पढ़ें
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