
त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत रॉय ने कहा है कि रोहिंग्या मुसलमान देश की सुरक्षा के लिए खतरा हैं.
- राज्यपाल ने कहा- रोहिंग्या सुरक्षा के लिए जोखिम
- भारत रखाइन प्रांत से अपनी सीमा साझा नहीं करता
- कल को अन्य देशों के प्रवासियों को भी शरण देनी पड़ेगी
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नई दिल्ली:
रोहिंग्या को ‘‘बहुत बुरा’’ और ‘‘ सुरक्षा के लिए खतरा ’’ बताते हुए त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत रॉय ने बुधवार को कहा कि इन अवैध अप्रवासियों को निर्वासित करने के केन्द्र के कदम का विरोध करने वाले राजनीतिज्ञ ‘‘ गंदी राजनीति’’ कर रहे हैं.
अपने बयानों के लिए पूर्व में भी विवादों में रहे रॉय ने दावा किया कि यदि रोहिंग्या मुस्लिमों को देश में बसने की अनुमति दी गई तो इससे ‘‘हिंदुओं का पलायन’’ हो सकता है.
यह भी पढ़ें : रोहिंग्या समुदाय की त्रासदी : कैसा लगेगा, यदि आपके पैरों तले से जमीन खींच ली जाए?
उन्होंने कहा ,‘‘भारत रखाइन प्रांत (म्यांमार के) के साथ अपनी सीमा साझा नहीं करता है. तो फिर हमें इन रोहिंग्या को शरण क्यों देनी चाहिए और यदि भारत ऐसा करता है तो कल को किसी अन्य देश के इस तरह के प्रवासियों को शरण उपलब्ध करानी होगी.’’
VIDEO : केंद्र सरकार का मत
रॉय ने दावा किया ,‘‘ यदि रोहिंग्या भारत में बसना शुरू कर देंगे तो इसका प्रभाव देश की जनसांख्यिकी पर पड़ेगा और इसके बाद हिंदुओं का पलायन भी हो सकता है.’’
(इनपुट भाषा से)
अपने बयानों के लिए पूर्व में भी विवादों में रहे रॉय ने दावा किया कि यदि रोहिंग्या मुस्लिमों को देश में बसने की अनुमति दी गई तो इससे ‘‘हिंदुओं का पलायन’’ हो सकता है.
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उन्होंने कहा ,‘‘भारत रखाइन प्रांत (म्यांमार के) के साथ अपनी सीमा साझा नहीं करता है. तो फिर हमें इन रोहिंग्या को शरण क्यों देनी चाहिए और यदि भारत ऐसा करता है तो कल को किसी अन्य देश के इस तरह के प्रवासियों को शरण उपलब्ध करानी होगी.’’
VIDEO : केंद्र सरकार का मत
रॉय ने दावा किया ,‘‘ यदि रोहिंग्या भारत में बसना शुरू कर देंगे तो इसका प्रभाव देश की जनसांख्यिकी पर पड़ेगा और इसके बाद हिंदुओं का पलायन भी हो सकता है.’’
(इनपुट भाषा से)
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