- आरजेडी ने बिहार विधानसभा चुनाव में हार के बाद कहा कि जनसेवा एक अनवरत प्रक्रिया और अंतहीन यात्रा है.
- कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ बिहार चुनाव परिणामों पर चर्चा की.
- कांग्रेस ने बिहार में 61 सीटों पर चुनाव लड़ा लेकिन केवल छह सीटें जीत पाई, जो वर्ष 2010 के बाद सबसे खराब है.
बिहार में हार के बाद लालू यादव और अब तेजस्वी यादव की पार्टी आरजेडी का पहला रिएक्शन आया है. आरजेडी ने कहा है कि जनसेवा एक अनवरत प्रक्रिया है, एक अंतहीन यात्रा है! इसमें उतार चढ़ाव आना तय है. हार में विषाद नहीं, जीत में अहंकार नहीं! राष्ट्रीय जनता दल गरीबों की पार्टी है, गरीबों के बीच उनकी आवाज बुलंद करते रहेगी!
आरजेडी का ट्वीट
जनसेवा एक अनवरत प्रक्रिया है, एक अंतहीन यात्रा है!
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) November 15, 2025
इसमें उतार चढ़ाव आना तय है। हार में विषाद नहीं, जीत में अहंकार नहीं!
राष्ट्रीय जनता दल गरीबों की पार्टी है, गरीबों के बीच उनकी आवाज़ बुलंद करते रहेगी!@yadavtejashwi @laluprasadrjd
तेजस्वी की नहीं आई है कोई प्रतिक्रिया
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राजद के नेता तेजस्वी यादव ने अब तक कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है. जबकि विपक्षी दलों का महागठबंधन उनके नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा था. महागठबंधन ने तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री उम्मीदवार भी घोषित कर रखा था. उल्लेखनीय है कि तेजस्वी यादव ने अपनी राघोपुर सीट किसी तरह बचा लिया, लेकिन इस चुनाव में राजद सहित महागठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ा है.
महागठबंधन का सूपड़ा साफ
बिहार में 243 विधानसभा सीटें हैं और महागठबंधन में शामिल राजद को महज 25 सीटों पर जीत हासिल की है जबकि कांग्रेस को 6 सीटों पर जीत मिली है. सीपीआई (ML) को 2 सीटें, जबकि सीपीआई (M) और आईआईपी को एक-एक सीट मिली है,
एनडीए की बल्ले-बल्ले
महागठबंधन में शामिल विकासशील इंसान पार्टी का सूपड़ा साफ हो गया और उसका खाता भी नहीं खुल सका. दूसरी ओर, इस चुनाव में एनडीए को बंपर सीट मिली है. इस चुनाव में भाजपा 89 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, जबकि उसकी सहयोगी पार्टी जदयू को 85 सीटों पर जीत मिली है]. लोजपा (रामविलास) को 19 सीटों पर जीत मिली है, जबकि हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) पार्टी को 5 सीटों पर और राष्ट्रीय लोक मोर्चा को 4 सीटों पर जीत मिली है.
राहुल-खरगे की मीटिंग
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों पर चर्चा की. बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और महगठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ा है। कांग्रेस सिर्फ छह सीट पर सिमट गई है. सूत्रों ने बताया कि इस दौरान कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल, पार्टी कोषाध्यक्ष अजय माकन और पार्टी के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरू भी मौजूद थे. सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस नेताओं ने बिहार में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन पर चर्चा की. पार्टी ने बिहार में 61 सीट पर चुनाव लड़ा था और केवल छह सीट ही जीत पाई. वर्ष 2010 के बाद बिहार में पार्टी का यह दूसरा सबसे खराब प्रदर्शन था। उसने 2010 में केवल चार सीट जीती थीं.
कांग्रेस में आरोप लगना शुरू
कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी में ही आवाज उठने लगी है. बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि हमलोगों की तरफ से ही गड़बड़ियां हुई हैं. उन्होंने कहा कि टिकट बंटवारे में देरी हुई जिसका असर चुनावी नतीजों पर भी पड़ा है. अखिलेश ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरू और आरजेडी के संजय यादव को भी लेपट लिया और इस हार का जिम्मेदार ठहाराया. अखिलेश सवाल उठाते हुए पूछा कि आखिर फ्रेंडली फाइट की नौबत क्यों आई? उन्होंने कहा कि इसके लिए अल्लावरू और संजय जिम्मेदार हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि वरिष्ठ नेताओं को किनारे लगाकर बाहर के लोगों को बिहार कांग्रेस ठेके पर दे दिया गया. उन्होंने कहा कि इन नतीजों की गहन समीक्षा के बाद ठोस कदम उठाने की जरूरत है.
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