राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने ट्वीट कर नागरिकता संशोधन बिल का विरोध किया है. पार्टी ने एक के बाद एक दो ट्वीट कर बिल पर आपत्ति जताई है और नागरिकता संशोधन बिल की तुलना नोटबंदी से की है. RJD ने लिखा है "जिस तरह मोदी सरकार ने नोटबंदी के रास्ते तथाकथित कालेधन से निबटने की सारी जिम्मेदारी, तकलीफ़ नागरिकों के सर डाल दिया, उसी तरह NRC में नागरिकों पर ही जिम्मेदारी और दबाव डाल दिया गया है कि वो सिद्ध करें कि कौन नागरिक है कौन नहीं, तो नीम हकीम सरकार का काम सिर्फ प्रताड़ित करना है?"
जिस तरह मोदी सरकार ने नोटबन्दी के रास्ते तथाकथित काले धन से निबटने की सारी जिम्मेदारी, तकलीफ़ नागरिकों के सर डाल दिया!
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) December 5, 2019
उसी तरह NRC में नागरिकों पर ही जिम्मेदारी, दबाव डाल दिया गया है कि वो सिद्ध करें कि कौन नागरिक है कौन नहीं!
तो नीम हकीम सरकार का काम सिर्फ प्रताड़ित करना है?
एक अन्य ट्वीट में RJD ने लिखा है, 'नागरिकता संशोधन बिल हो या NRC भाजपा का यह संघी चरित्र देश को सदा के लिए खत्म कर देगा! एक राष्ट्र आज धर्म देखकर नागरिकों में भेद करेगा तो कल भेद का आधार जाति होगा, फिर प्रान्त फिर विचारधारा फिर संस्कृति! अन्ततोगत्वा देश ही खत्म हो जाएगा! देश को खत्म करने की शुरुआत है भाजपा!"
लोकसभा में सोमवार को पेश किया जाएगा नागरिकता संशोधन बिल, जानें- क्या हैं इसमें प्रावधान
गौरतलब है कि नागरिकता संसोधन बिल सोमवार को लोकसभा में पेश की जाएगी, नागरिकता (संशोधन) विधेयक, यानी सिटिज़नशिप (अमेंडमेंट) बिल (Citizenship (Amendment) Bill) या CAB को बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने स्वीकृति दे दी थी, जिसके ज़रिये पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए गैर-मुस्लिम शरणार्थियों को नागरिकता दी जा सकेगी. केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसदों से कहा कि यह विधेयक शीर्ष प्राथमिकता है, और उतना ही अहम है, जितना जम्मू एवं कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने के लिए अनुच्छेद 370 को हटाने को लेकर लाया गया प्रस्ताव था.
VIDEO:धर्म के आधार पर भेदभाव करना ठीक नहीं: राहुल गांधी
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं