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देश की आर्थिक सेहत पर गुड न्यूज, महंगाई दर घटी, औद्योगिक उत्पादन बढ़ा

Good News For India: आरबीआई 9 अप्रैल को द्विमासिक मौद्रिक नीति के अगले सेट की घोषणा करने वाला है. भारतीय रिजर्व बैंक के लिए अगले महीने ब्याज दर में दूसरी बार कटौती करने की गुंजाइश बन गई है.

देश की आर्थिक सेहत पर गुड न्यूज, महंगाई दर घटी, औद्योगिक उत्पादन बढ़ा

Good News For India: फरवरी में खुदरा महंगाई दर (Inflation Rate) घटकर 3.61 प्रतिशत पर आ गई है. वहीं विनिर्माण (Manufacturing) क्षेत्र के अच्छे प्रदर्शन से देश के औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) में इस साल जनवरी में पांच प्रतिशत की वृद्धि हुई है. औद्योगिक उत्पादन सूचकांक के संदर्भ में मापा जाने वाला औद्योगिक उत्पादन जनवरी, 2024 में 4.2 प्रतिशत बढ़ा था. इससे भारत को दोतरफा खुशखबरी मिली है.

खुदरा महंगाई दर में कमी का मुख्य कारण सब्जियों और प्रोटीन युक्त वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि की दर में कमी आना है. इससे भारतीय रिजर्व बैंक के लिए अगले महीने ब्याज दर में दूसरी बार कटौती करने की गुंजाइश बन गई है. उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा मुद्रास्फीति जनवरी में 4.26 प्रतिशत और फरवरी 2024 में 5.09 प्रतिशत थी. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों से पता चलता है कि फरवरी 2025 के लिए साल-दर-साल मुद्रास्फीति दर 3.75 प्रतिशत थी.

इसमें कहा गया है, "जनवरी 2025 की तुलना में फरवरी 2025 में खाद्य मुद्रास्फीति में 222 आधार अंकों की तीव्र गिरावट देखी गई है. फरवरी 2025 में खाद्य मुद्रास्फीति मई 2023 के बाद सबसे कम है." एनएसओ ने कहा कि फरवरी के दौरान मुख्य मुद्रास्फीति और खाद्य मुद्रास्फीति में उल्लेखनीय गिरावट मुख्य रूप से सब्जियों, अंडे, मांस और मछली, दालों और उत्पादों; और दूध और उत्पादों की मुद्रास्फीति में गिरावट के कारण हुई है.

आरबीआई ब्याज दर में कर सकता है कटौती

आरबीआई को खुदरा मुद्रास्फीति को 4 प्रतिशत (+/- 2 प्रतिशत) पर बनाए रखने का दायित्व सौंपा गया है. आरबीआई ने मुद्रास्फीति के मोर्चे पर चिंताओं को कम करने के लिए पिछले महीने अल्पकालिक उधार दर (रेपो) में 25 आधार अंकों की कटौती की है. केंद्रीय बैंक 9 अप्रैल को द्विमासिक मौद्रिक नीति के अगले सेट की घोषणा करने वाला है. भारतीय रिजर्व बैंक के लिए अगले महीने ब्याज दर में दूसरी बार कटौती करने की गुंजाइश बन गई है.

वहीं, बुधवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, सरकार ने दिसंबर, 2024 में 3.2 प्रतिशत वृद्धि के अस्थायी अनुमान को संशोधित किया है. इसे अब संशोधित कर 3.5 प्रतिशत कर दिया गया है. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी 2025 में विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन 5.5 प्रतिशत बढ़ा, जो एक साल पहले इसी महीने में 3.6 प्रतिशत बढ़ा था.

खनन उत्पादन में वृद्धि घटकर 4.4 प्रतिशत रही, जो एक साल पहले इसी महीने में छह प्रतिशत थी. बिजली उत्पादन में वृद्धि जनवरी, 2025 में धीमी होकर 2.4 प्रतिशत रही, जो एक साल पहले इसी महीने में 5.6 प्रतिशत थी. चालू वित्त वर्ष के पहले 10 माह (अप्रैल-जनवरी) के दौरान आईआईपी में वृद्धि दर कम होकर 4.2 प्रतिशत रही, जो कि एक वर्ष पूर्व इसी अवधि में छह प्रतिशत थी.

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