भारतीय महिला टीम साउथ अफ्रीका को हराकर वर्ल्ड चैंपियन बन चुकी है. इन्हीं रणबांकुरों में शामिल हैं रेणुका ठाकुर, जिन्होंने 2 साल की उम्र में पिता को खो दिया था, लेकिन परिवार के सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने सब कुछ झोंक दिया. रेणुका ठाकुर की मां सुनीता ठाकुर का कहना था कि रेणुका के पापा का सपना था कि मेरी बेटी रेणुका खिलाड़ी बने. जब क्रिकेट मैच होते थे तो वो हम सब लोग दूसरों के घरों में क्रिकेट मैच देखने जाते थे. उन्होंने कहा कि रेणुका 2 साल की थी जब उसके पापा की मौत हो गयी थी. अगर वो होते तो आज बहुत खुशी होती. आज जो रेणुका ने किया वो उनका सपना पूरा हुआ
रेणुका की मां सुनीता ठाकुर का कहना था कि रेणुका ने लकड़ी के बैट और कपड़े के बॉल से गांव के ग्राउंड में खेलना शुरू किया था. लड़कों के साथ क्रिकेट खेलती थी. रेणुका के चाचा भूपेन्द्र सिंह ठाकुर का भी यहां तक पहुंचाने में बड़ा योगदान है.
महिला एक दिवसीय विश्व कप में भारत की शानदार जीत के बाद शिमला जिला के रोहड़ की तेज़ गेंदबाज रेणुका सिंह ठाकुर के गांव में जश्न का माहौल है. गांव के लोग इस जीत के बाद जशन मनाकर नाच गाना कर रहे हैं. पूरे इलाके में दिवाली के जैसे खुशी का माहौल है. महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतने के बाद रेणुका के भाई के सन्नी ठाकुर और मां सुनीता ठाकुर ने कहा है कि हम पिछले दो दिन से खुशी मना रहे हैं. आज पूरे गांव मे जश्न मनाया जा रहा है.
रेणुका की मां सुनीता ठाकुर का कहना था कि एक दिन पहले ही रेणुका से बात हुई थी. मैंने कहा था कि बेटा देश के लिए खेलना है और अब वर्ल्ड कप जीतने के बाद हमें बहुत खुशी है.भारतीय महिला टीम की तेज गेंदबाज रेणुका ठाकुर शिमला जिले के रोहड़ू तहसील की ग्राम पंचायत पारसा की रहने वाली हैं.
हिमाचल प्रदेश सरकार ने रेणुका ठाकुर को 1 करोड़ देने की घोषणा की
भारतीय टीम क्रिकेट खिलाड़ी विश्व विजेता टीम की खिलाड़ी रेणुका ठाकुर को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू , हिमाचल की क्रिकेटर रेणुका ठाकुर से फोन पर बात करते हुए बधाई दी और हिमाचल प्रदेश सरकार की तरफ से एक करोड़ रुपये देने की घोषणा की
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