रिलायंस इंडस्ट्रीज ने गुरुवार को अपनी 44वीं एनुअल जनरल मीटिंग होस्ट की है. इस कार्यक्रम में कंपनी के हेड मुकेश अंबानी ने एक अहम घोषणा में बताया कि पेट्रोकेमिकल की दिग्गज कंपनी सउदी अरामको के चेयरमैन रिलायंस इंडस्ट्रीज बोर्ड में शामिल हो रहे हैं. कंपनी के चेयरमैन अल रुमायन ने रिलायंस बोर्ड को एक स्वतंत्र डायरेक्टर के तौर पर जॉइन किया है. दोनों ही कंपनियां पेट्रोकेमिकल इंडस्ट्री में बड़ा नाम हैं. माना जा रहा है कि अब उनके बीच में बड़ी डील हो सकती है.
बता दें कि इसके पहले जानकारी आई थी कि सऊदी अरामको के चेयरमैन और वहां के संपदा निवेश-कोष पब्लिक इन्वेस्टमेंट फंड के गवर्नर यासिर-अल-रुमायन को रिलायंस इंडस्ट्रीज के बोर्ड में शामिल किया जा सकता है. ऐसी खबरें आई थी कि दोनों कंपनियों के बीच में कोई 15 अरब डॉलर की डील होनी है, जिसके लिए बोर्ड में यह इंडक्शन पूर्व शर्त है.
इसके इतर मुकेश अंबानी ने बताया कि कंपनी की इकाइयों में हिस्सेदारी बिक्री, राइट्स इश्यू और परिसंपत्ति मौद्रिकरण के जरिए 3.24 लाख करोड़ रुपये की पूंजी जुटाई गई है, जो एक रिकॉर्ड है. अंबानी ने शेयरधारकों को संबोधित करते हुए कहा कि कंपनी ने डिजिटल इकाई जियो प्लेटफॉर्म और खुदरा उद्यम में शेयर की बिक्री, राइट्स इश्यू और परिसंपत्ति मौद्रिकरण में हिस्सेदारी की बिक्री के जरिए 3,24,432 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाई.
उन्होंने कहा, ‘रिलायंस ने 44.4 अरब अमेरिकी डॉलर जुटाए हैं, जो वैश्विक स्तर पर एक साल में किसी भी कंपनी द्वारा जुटाई गई अब तक की सबसे बड़ी पूंजीगत राशि है. यह वैश्विक निवेशकों द्वारा भारत की वृद्धि क्षमता में विश्वास को दर्शता है.'
अंबानी ने एक अन्य घोषणा में बताया कि उनकी कंपनी भारत और विश्व स्तर पर हरित ऊर्जा क्षेत्र में विषमता दूर करने के लिए अपना नया ऊर्जा व्यवसाय शुरू कर रही है. रिलायंस एकीकृत सौर फोटोवोल्टिक फैक्ट्री, स्टोरेज बैटरी बनाने की इकाई, हरित हाइड्रोजन इकाई की स्थापना के लिए रिलायंस 60,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी.
(भाषा से इनपुट के साथ)
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