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This Article is From May 18, 2023

REC लिमिटेड ने कमाया 3001 करोड़ रुपये का मुनाफा, 13% बढ़ गई कंपनी की नेटवर्थ

REC लिमिटेड की तरफ से जारी प्रेस रिलीज़ के मुताबिक, एसेट्स की क्वालिटी में सुधार और स्ट्रेस्ड एसेट्स (स्ट्रेस्ड एसेट्स) के सही रेज़लुशन इस रिकॉर्ड परफॉरमेंस के पीछे अहम वजह रही.

REC लिमिटेड ने कमाया 3001 करोड़ रुपये का मुनाफा, 13% बढ़ गई कंपनी की नेटवर्थ
प्रतीकात्मक फोटो.
नई दिल्ली:

ऊर्जा मंत्रालय की 'महारत्ना' कंपनी REC लिमिटेड ने वित्तीय साल 2022-23 के दौरान अब तक का सर्वाधिक 11,055 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है. वित्तीय साल 2021-22 के दौरान कंपनी ने 10,046 करोड़ रुपये कमाए थे. यानी 2022-23 के दौरान कंपनी का मुनाफा करीब 10% बढ़ गया.

REC लिमिटेड के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स ने बुधवार को 31 मार्च 2023 को समाप्त होने वाले तिमाही और वित्तीय साल के फाइनेंशियल रिजल्ट्स को मंजूरी दी. इसके मुताबिक, वित्तीय साल 2022-23 की आखिरी तिमाही में भी कंपनी ने अब तक का सबसे ज्यादा 3,001 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया.

कंपनी की तरफ से जारी प्रेस रिलीज़ के मुताबिक, एसेट्स की क्वालिटी में सुधार और स्ट्रेस्ड एसेट्स (स्ट्रेस्ड एसेट्स) के सही रेज़लुशन इस रिकॉर्ड परफॉरमेंस के पीछे अहम वजह रही. REC लिमिटेड के मुताबिक रिकॉर्ड मुनाफा कमाने की वजह से प्रति शेयर आय (Earnings Per Share) भी बढ़ी. 31 मार्च, 2023 को खत्म होने वाले वित्तीय साल के लिए प्रति शेयर आय 41.86 रुपये रही, जो पिछले साल के 38.02 रुपये प्रति शेयर के मुकाबले ज्यादा है.

मार्च 2023 में 13% बढ़ा कंपनी का नेटवर्थ
मुनाफा बढ़ने की वजह से REC लिमिटेड का नेटवर्थ 31 मार्च, 2023 को 13% (YoY) बढ़कर 5,7680 करोड़ रुपये हो गया है. इस दौरान डिस्बर्समेंट बढ़कर 96,846 करोड़ पहुंच गया. ये वित्तीय साल 2021-22 के दौरान 64,150 करोड़ रहा था. ऋण संपत्तियों (Loan Assets:) पर कंपनी की ब्याज आय (Interest Income)37,811 करोड़ रुपये से 1% बढ़कर 38,360 करोड़ रुपये हो गई.  

कंपनी की लोन बुक ने भी बनाए रखी ग्रोथ ट्रैजेक्टरी 
इस दौरान कंपनी की लोन बुक ने भी ग्रोथ ट्रैजेक्टरी (Trajectory) को बनाये रखा. 31 मार्च 2022 के 3.85 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले 31 मार्च 2023 को 13% बढ़कर 4.35 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया.

क्या कहते हैं REC लिमिटेड के CMD?
एनडीटीवी से बातचीत में REC लिमिटेड के CMD विवेक कुमार देवांगन ने कहा, "इस साल पिक पावर की जो डिमांड है, वह 230 GW तक जा सकती है. कोरोना संकट के बाद आर्थिक गतिविधियां तेजी से बढ़ी हैं. इसलिए पावर की डिमांड भी बढ़ रही है. पावर जेनरेशन सेक्टर में जो फाइनेंसिंग की जरूरत पड़ेगी, उसे पूरा करने के लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं. हमारी पावर सेक्टर के लिए फाइनेंसिंग 10 से 13 परसेंट तक बढ़ने वाली है. खासकर रिन्यूएबल एनर्जी के सेक्टर में, जिसके लिए भारत सरकार ने 2030 तक 500 GW का लक्ष्य तय किया है".  

नॉन-पॉवर इंफ्रास्ट्रक्चर में बढ़ाया बिजनेस
REC लिमिटेड ने हाल के वर्षों में नॉन-पॉवर इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में भी अपना बिज़नेस बढ़ाया है. जिसकी वजह से कंपनी की ग्रोथ में अच्छा सुधर दर्ज़ हुआ है. वित्तीय साल 2022-23 के दौरान कंपनी ने इंफ्रास्ट्रक्चर और लॉजिस्टिक्स सेगमेंट के लिए कुल 85,735 करोड़ रुपये सैंक्शन किया.

सनराइज सेक्टर्स में तलाश रही संभावनाएं
हाल के वर्षों में कंपनी ने सोलर और विंड प्रोजेक्ट्स के साथ साथ हाइब्रिड प्रोजेक्ट्स, ई-व्हीकल प्रोजेक्ट्स, सोलर मॉड्यूल जैसे सेक्टर्स में नए प्रोजेक्ट्स की फाइनेंसिंग शुरू की है. साथ ही, REC लिमिटेड अब ग्रीन हाइड्रोजन, ग्रीम अमोनिया जैसे सनराइज सेक्टर्स में भी प्रोजेक्ट्स की फाइनेंसिंग शुरू करने की संभावना तलाश रही है. 
 

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