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रामबन में तबाही भी नहीं रोक पाई शादी, हाईवे पर फंसे दूल्हा-दुल्हन के लिए देवदूत बनी भारतीय सेना

रामबन में भारी बारिश और भूस्खलन के बाद आई बाढ़ के कारण रास्ते बंद हो गए, जिस वजह से एक दूल्हे को पैदल ही शादी में जाना पड़ा. दूल्हे ने अपनी दुल्हन को लाने के लिए काफी दूर तक पैदल सफर किया. 

रामबन में तबाही भी नहीं रोक पाई शादी, हाईवे पर फंसे दूल्हा-दुल्हन के लिए देवदूत बनी भारतीय सेना
भारतीय सेना ने भारी बारिश और भूस्खलन के बाद यात्रियों की मदद की.
रामबन:

जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच 44) पर रामबन के निकट भारी बारिश और भूस्खलन के कारण कई यात्रियों के फंसने के बाद भारतीय सेना की ओर से उन तक हर संभव मदद पहुंचाई जा रही है. इस बीच, भारतीय सेना ने एक नवविवाहित जोड़े की मदद की और दूल्हा और दुल्हन ने मदद के लिए सेना का आभार व्यक्त किया है. 

दरअसल, रामबन में भारी बारिश और भूस्खलन के बाद आई बाढ़ के कारण रास्ते बंद हो गए, जिस वजह से एक दूल्हे को पैदल ही शादी में जाना पड़ा. दूल्हे ने अपनी दुल्हन को लाने के लिए काफी दूर तक पैदल सफर किया. 

सेना ने बढ़ाया मदद का हाथ: दूल्‍हा

दूल्हे ने आईएएनएस से बातचीत में बताया कि मेरी शादी थी और हम बारात को लेकर बड़ी मुश्किल से दुल्हन के घर पहुंचे. इस दौरान भारतीय सेना ने हमारी लिए मदद का हाथ बढ़ाया और इसके लिए मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं. हमारे लिए रास्ता तो आसान नहीं था, मगर भारतीय सेना से मिली मदद से हम सब काफी खुश हैं.

वहीं, दुल्हन ने भारतीय सेना की तरफ से मिली मदद पर खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा कि मेरा घर उधमपुर के चेनानी में मौजूद है. खराब मौसम के कारण हमारी शादी धूमधाम से नहीं हो पाई, लेकिन सेना की तरफ से मदद मुहैया कराई गई है.

बता दें कि रामबन जिले के सेरी बागना इलाके में रविवार सुबह बारिश के बाद बादल फटने से तीन लोगों की मौत हो गई थी, जबकि पुलिस बल ने करीब 100 से अधिक लोगों को रेस्क्यू किया था.

उपराज्‍यपाल ने हादसे पर जताया दुख

इस बीच, जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रामबन में लगातार बारिश के कारण आई बाढ़ के कारण हुई जानमाल की हानि पर दुख व्यक्त किया है.

उपराज्यपाल ने कहा, "रामबन में लगातार बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ के कारण हुई बहुमूल्य जानों की दुखद क्षति से मैं बहुत दुखी हूं. दुख की इस घड़ी में मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं. जिला प्रशासन, एसडीआरएफ, बचाव दल तेजी से बचाव और राहत सुनिश्चित करने के लिए काम पर लगे हुए हैं. प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता दी जा रही है."

जम्मू-कश्मीर में लगातार बारिश के कारण भूस्खलन और बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है. मौसम विभाग के अनुसार, 21 अप्रैल को हल्की बारिश और गर्जन के साथ बादल छाए रहेंगे. 22 से 28 अप्रैल तक मौसम ज्यादातर शुष्क रहेगा, लेकिन 25 अप्रैल को बादल छाए रह सकते हैं.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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