Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए हो रहे भूमि पूजन के पहले राम मंदिर ट्रस्ट ने मंदिर की प्रस्तावित तस्वीरें जारी की हैं. बनने के बाद अयोध्या का राम मंदिर कुछ ऐसा ही दिखेगा. इसके लिए अयोध्या में रामजन्मभूमि स्थल पर मंदिर निर्माण (Ram Temple Construction) से पहले बुधवार को यहां भूमि पूजन का बड़ा कार्यक्रम हो रहा है, जहां मंदिर का शिलान्यास (Ground-Breaking Ceremony) होना है. इसके लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या आ रहे हैं. पीएम ही मंदिर के मंदिर के निर्माण के लिए नींव की ईंट रखेंगे.
इस दौरान पीएम कुल तीन घंटे अयोध्या में बिताएंगे. इसके पहले सोमवार को अयोध्या के हनुमानगढ़ी मंदिर के पुजारी की ओर से कहा गया था कि पीएम मोदीजन्मभूमि पर जाने से पहले हनुमानगढ़ी पर भी पूजा करने जाएंगे. चूंकि ऐसी मान्यता है कि भगवान हनुमान के आशीर्वाद के बिना भगवान राम के कोई काम शुरू नहीं होते, ऐसे में पीएम मोदी पहले भगवान हनुमान से पूजा कर आशीर्वाद लेंगे, जिसके बाद वो भूमि पूजन के लिए जाएंगे. पीएम भूमि पूजन में मंदिर निर्माण के लिए 40 किलो की चांदी की ईंट आधारशिला के रूप में रखेंगे. पूजन के लिए धार्मिक अनुष्ठान सोमवार से ही शुरू किए जा चुके हैं.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोमवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए होने वाले भूमि पूजन कार्यक्रम के लिए 175 प्रतिष्ठित अतिथियों को आमंत्रित किया गया है. ट्रस्ट ने बताया था कि भूमि पूजन के कार्यक्रम के लिए कुल 175 लोगों को निमंत्रण पत्र भेजा गया है, इसमें अलग-अलग आध्यात्मिक परंपराओं से आने वाले 135 संत शामिल हैं. वहीं. मंच पर पीएम के अलावा बस पांच लोग उपस्थित रहेंगे.
भूमि पूजन कार्यक्रम से पहले अवध के गांवों में राम और अयोध्या का गुणगान करते भक्ति लोक गीतों की बहार आ गयी है. ये गीत ना सिर्फ मंदिरों, बल्कि घरों और चौपालों पर भी पूरी भक्ति, उल्लास और उत्साह के साथ गाये जा रहे हैं. प्रसिद्ध लोक गायक राम कैलाश यादव की आवाज के जादू से सजा 'राम लखन जब आये नगर में हो, पूछन लागीं सब नारी, सीता राम से भजौ' प्रमुखता से गाया जा रहा है . यादव प्रतापगढ के हैं और जिले में हर जगह ये गीत सुनाई पड़ रहा है.
इस समय 'जय जय गगन धुन छायी हो, राम आये अवध में' भजन की भी धूम है. अयोध्या की गलियों और गांवों से गुजरते वक्त ये गीत अकसर सुनाई पड़ जाता है और फिलहाल अयोध्या के हर घर में इस सोहर की धूम है.
बता दें कि भूमिपूजन के लिए देश की संपूर्ण नदियों का जल मंगवाया गया है. अनेक लोग मानसरोवर का जल भी लाए हैं. रामेश्वरम और श्रीलंका से भी समुद्र का जल आया है. लगभग 2000 स्थानों से जल और मिट्टी लाई गई है. उन्होंने बताया कि ओरिजनल ड्राइंग के आधार पर ही मंदिर निर्माण होगा. जो पत्थर कार्यशाला में तराशकर रखे गए हैं, वे सबसे पहले लगेंगे.
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