कोरोनावायरस (Coronavirus) से बचाव के एहतियातन देश में 40 दिनों का लॉकडाउन (Coronavirus Lockdown) लगाया गया है. लॉकडाउन का आज 25वां दिन है. दो दिन के बाद यानी सोमवार से देश के कुछ हिस्सों व व्यवसायिक क्षेत्रों में रियायत दी जा सकती है. केंद्र सरकार कोरोना से निपटने व अन्य तैयारियों को लेकर लगातार मंथन कर रही है. इस सिलसिले में आज (शनिवार) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रियों की बैठक हुई. मीटिंग में पीयूष गोयल, प्रकाश जावड़ेकर, स्मृति ईरानी, धर्मेंद्र प्रधान, रमेश पोखरियाल निशंक, गिरिराज सिंह, संतोष गंगवार, रामविलास पासवान समेत कई मंत्री मौजूद रहे.
यह बैठक राजनाथ सिंह के दिल्ली स्थित आवास पर हुई. रक्षा मंत्री ने बैठक के बाद ट्वीट किया, 'कोरोनावायरस की स्थिति को लेकर मंत्रियों (GoM) से चर्चा की. हमने लोगों को होने वाली कठिनाइयों को कम करने के तरीकों और लोगों को राहत प्रदान करने में मंत्रालयों की क्या भूमिका हो सकती है, पर चर्चा की.' लॉकडाउन के बाद से यह केंद्रीय मंत्रियों की पांचवीं बैठक है. इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन की अगुवाई में भी बैठक हो चुकी है. आज हुई बैठक में जरूरतमंदों तक राशन पहुंचाने से लेकर देश में तेजी से कोरोना टेस्ट कराए जाने पर चर्चा की गई.
मंत्रियों का समूह, जिनमें से प्रत्येक एक राज्य का प्रभारी है, राज्यों से प्रतिक्रिया लेते हुए काम कर रहे हैं. जिसके बाद वह नीतिगत उपायों की सिफारिश करेंगे, जो आगे की कार्रवाई के लिए प्रधानमंत्री को पेश की जाएंगी. आर्थिक मुद्दों पर चर्चा को लेकर दो दिन पहले पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की थी. लॉकडाउन के चलते अर्थव्यवस्था को भी खासा नुकसान हो रहा है. निर्माता क्षेत्र की बंदी के साथ सेंटर फॉर एशिया पैसिफिक एविएशन (CAPA) का अनुमान है कि देश में 20 लाख नौकरियां खतरे में हैं.
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shakti Kant Das) ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कहा, 'कोविड-19 महामारी के चलते रिजर्व बैंक आर्थिक हालात पर लगातार नजर रखे हुए है और वह आर्थिक तंत्र में पर्याप्त नकदी बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाएगा.' इस दौरान गवर्नर ने रिवर्स रेपो रेट में कटौती का ऐलान किया. उन्होंने कहा, 'कोरोनावायरस के कारण अर्थव्यवस्था पर बढ़े वित्तीय दबाव को कम करने के लिए केंद्रीय बैंक पर्याप्त नकदी सुनिश्चित करेगा. मार्च में निर्यात 34.6 प्रतिशत घट गया, जो 2008-09 के वैश्विक वित्तीय संकट की तुलना में कहीं बड़ी गिरावट को दर्शाता है.' आरबीआई की घोषणा के बाद भारतीय रुपया शुक्रवार को दिन के कारोबार के दौरान अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 45 पैसे की जोरदार बढ़त के साथ 76.42 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया.
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