राजेश और नूपुर तलवार आरुषि के नाम पर खोलेंगे अस्पताल
नई दिल्ली:
राजेश और नुपूर तलवार ने डासना जेल से कमाया मेहनताना लेने से इनकार कर दिया है. साथ ही हर 15 दिनों पर वे कैदियों का इलाज करने डासना जेल आते रहेंगे. यह जानकारी डासना जेल के अधीक्षक दधिराम मार्य ने दी. वहीं वार्डन पुष्पा शर्मा ने बताया कि नूपुर हमेशा कहती हैं कि बेटी आरुषि के नाम पर अस्पताल खोलेंगी, जहां गरीबों का मुफ्त में इलाज होगा. तलवार दंपति की रिहाई शुक्रवार को ही होनी थी पर हाइकोर्ट के आदेश की कॉपी उस दिन समय पर गाजियाबाद की विशेष सीबीआई अदालत नहीं पहुंच पाई, तो रिहाई के आदेश नहीं हुए.
बरी किए गए तलवार दंपती लेकिन डासना जेल में अब भी हर पखवाड़े जाएंगे, जानें यह 'खास' कारण
2008 में नोएडा में तलवार दंपति के घर पर बेटी आरुषि और नौकर हेमराज की हत्या कर दी गई. 2013 में गाजियाबाद की विशेष सीबीआई अदालत ने तलवार दंपति को दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई, जिसे इन लोगों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती दी थी. जहां सबूत के अभाव में इन दोनों को बरी करने के आदेश हुए.
मैं अपनी प्यारी 'आरू' को नहीं बचा पाया : राजेश तलवार की जेल में लिखी डायरी के कुछ हिस्से
बरी किए गए तलवार दंपती लेकिन डासना जेल में अब भी हर पखवाड़े जाएंगे, जानें यह 'खास' कारण
2008 में नोएडा में तलवार दंपति के घर पर बेटी आरुषि और नौकर हेमराज की हत्या कर दी गई. 2013 में गाजियाबाद की विशेष सीबीआई अदालत ने तलवार दंपति को दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई, जिसे इन लोगों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती दी थी. जहां सबूत के अभाव में इन दोनों को बरी करने के आदेश हुए.
मैं अपनी प्यारी 'आरू' को नहीं बचा पाया : राजेश तलवार की जेल में लिखी डायरी के कुछ हिस्से
- राजेश तलवार ने जेल में बतौर सजायाफ्ता कैदी के तौर पर 3 साल 10 महीने 21 दिन काटे
- वहीं विचाराधीन कैदी के तौर पर 1 महीने 20 दिन गुजारे
- नुपूर तलवार 3 साल 6 महीने 22 दिन सजायाफ्ता कैदी के तौर पर काटे और
- विचाराधीन के तौर पर 4 महीने 26 दिन जेल में गुजारे.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं