कोयंबटूर:
केन्द्रीय कैबिनेट में हाल ही में हुए फेरबदल में दो सीटें डीएमके के लिए खाली रखी गई थीं। ये दोनों सीटें 2-जी घोटाले में फंसे पूर्व टेलीकॉम मंत्री ए राजा और दयानिधि मारन के इस्तीफे के बाद खाली हुई थीं। कोयंबटूर में शनिवार से डीएमके की दो दिन की बैठक शुरू होगी जिसमें डीएमके इन दोनों सीटों की जिम्मेदारियों किसे देगा इसका फैसला होगा। इस बैठक में डीएमके के कोषाध्यक्ष एम के स्टालिन और उनके बड़े भाई और दक्षिण जोन के सचिव एम के अलागिरी के बीच के मतभेद भी सामने आ सकते हैं। दोनों भाइयों के बीच पार्टी पर पकड़ को लेकर भारी मतभेद हैं। दक्षिणी जिलों के कार्यकर्ताओं में ये खबर आम है कि स्टालिन को कोई बड़ी ज़िम्मेदारी सौंपी जा सकती है।