औद्योगीकरण में पिछड़े वर्गों का कल्याण सुनिश्चित होना चाहिए: कलराज मिश्र

कलराज मिश्र (Kalraj Mishr) ने कहा कि देश में पिछड़े वर्गों को व्यावसायिक क्षेत्र में प्रोत्साहन देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं. पिछड़े वर्ग के लोगों की मदद के लिए ‘वेंचर कैपिटल फंड’ बनाने के साथ ‘प्रधानमंत्री मुद्रा योजना’('Prime Minister's Mudra Yojana') के तहत कर्ज की भी व्यवस्था की गई है.

औद्योगीकरण में पिछड़े वर्गों का कल्याण सुनिश्चित होना चाहिए: कलराज मिश्र

राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि पिछड़े वर्ग का कल्याण सुनिश्चित होना चाहिए. (फाइल फोटो)

जयपुर:

राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र (Kalraj Mishra) ने औद्योगीकरण में पिछड़े वर्गों के कल्याण को सभी स्तरों पर सुनिश्चित करने का आह्वान किया है. मिश्र ने यहां एक पुरस्कार समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि औद्योगीकरण (industrialization)  के जरिए ही कोई देश तेजी से विकास कर सकता है. इसके लिए उद्यमियों को देश के संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल करते हुए स्थानीय स्तर पर उत्कृष्ट उत्पाद तैयार करने होंगे और साथ ही उनका प्रभावी विपणन भी करना होगा.

उन्होंने कहा कि देश में पिछड़े वर्गों को व्यावसायिक क्षेत्र में प्रोत्साहन देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं. इसके अंतर्गत पिछड़े वर्ग के लोगों की मदद के लिए महत्वपूर्ण पहल करते हुए ‘वेंचर कैपिटल फंड' बनाने के साथ ‘प्रधानमंत्री मुद्रा योजना' के तहत कर्ज की भी व्यवस्था की गयी है. राज्यपाल ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र अब कोविड के दौर से आगे निकल कर फिर से गति पकड़ रहा है. ऐसे में बड़े उद्योग सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों को सहारा देकर स्थानीय उत्पादों को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने में मदद करें. राज्यपाल राष्ट्रीय व्यावसायिक उत्कृष्टता पुरस्कार को संबोधित कर रहे थे.

इस मौके पर सांसद रामचरण बोहरा ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था में एमएसएमई क्षेत्र के महत्वपूर्ण योगदान को देखते हुए इसे सभी स्तरों पर प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए. 'ग्लोबल इंडिया बिजनेस फोरम' के अध्यक्ष डॉ जितेन्द्र जोशी ने कहा कि देश की करीब 65 प्रतिशत आबादी युवा है और इन्हें रोजगार उपलब्ध कराने में एमएसएमई क्षेत्र की बड़ी भूमिका है.

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