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This Article is From Jul 24, 2020

टीम पायलट के वकील मुकुल रोहतगी ने NDTV से कहा, 'मुख्यमंत्री के खिलाफ आवाज उठाना अयोग्यता का आधार नहीं'

सचिन पायलट खेमे को राजस्थान हाईकोर्ट की तऱफ से राहत मिली है. कोर्ट ने यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया है.

टीम पायलट के वकील मुकुल रोहतगी ने NDTV से कहा, 'मुख्यमंत्री के खिलाफ आवाज उठाना अयोग्यता का आधार नहीं'
पायलट खेमे के विधायक का कहना है कि हाईकोर्ट का फ़ैसला आया है अब सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले का इंतज़ार करेंगे. (फाइल फोटो-पीटीआई)
नई दिल्ली:

Rajasthan Crisis Live Update:  राजस्थान के सियासी लड़ाई अब होटल और रिसॉर्ट से निकलकर राजभवन और कोर्ट में लड़ी जा रही है. एक तरफ जहां सीएम अशोक गहलोत राजस्थान हाई कोर्ट के फैसले के बाद अब इस मामले में सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी के साथ साथ राज्यपाल से सदन की बैठक बुलाने की मांग कर जल्द बहुमत साबित करने में लगा है. वहीं सचिन पायलट ग्रुप ने हाईकोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि स्पीकर द्वारा अयोग्य करार करने का नोटिस देना कहीं से भी सही नहीं है. सचिन पायलट ग्रुप के वकील मुकुल रोहतगी ने NDTV से कहा, 'मुख्यमंत्री के खिलाफ आवाज उठाना अयोग्यता का आधार नहीं'

बता दें कि सचिन पायलट बनाम अशोक गहलोत (Sachin Pilot vs Ashok Gehlot) मामले में राजस्‍थान हाइकोर्ट आज अहम फैसला सुनाया. सचिन पायलट खेमे को राजस्थान हाईकोर्ट की तऱफ से राहत मिली है. कोर्ट ने यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया है. आज कोर्ट में सचिन पायलट  (Sachin Pilot) खेमें की तरफ से एक याचिका लगाकर केंद्र को इस मामले में पक्षकार बनाने की अपील की गई थी. जिसे स्वीकार कर लिया गया. चूंकि सभी दलीलें सुने जाने के बाद केंद्र को इस मामले का पक्षकार बनाया गया था तो हाईकोर्ट अब केंद्र सरकार का भी पक्ष सुनेगा. 

पायलट खेमे के विधायक का कहना है कि हाईकोर्ट का फ़ैसला आया है अब सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले का इंतज़ार करेंगे. हमने केन्द्र को पार्टी बनाने की मांग नहीं की है. ये महेश जोशी की तरफ़ से मामला उठाया गया और कहा गया कि आप क़ानून संशोधन जैसी बात कर रहे हैं रजिस्ट्ररार ने हमसे कहा तब केंद्र को पार्टी बनाया गया. 

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उधर कोर्ट से राहत नहीं मिलने के बाद गहलोत ने फेयरमाउंट होटल के बाहर आकर प्रेस से बात की और राज्यपाल पर निशाना साधते हुए उन्हें सदन की बैठक बुलाने के लिए कहा. इसके बाद गहलोत अपने विधायकों को लेकर राजभवन चले गए. 

जहां राज्यपाल ने मुख्यमंत्री गहलोत से कहा, मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है इसलिए मैं आपके प्रस्ताव का परीक्षण करवा रहा हूं. राज्यपाल ने यही बात विधायकों से भी फिर दोहराई. राजभवन पहुंचे सीएम गहलोत राज्यपाल कलराज मिश्र से अकेले मिलने पहुंचे. विधायक गार्डन में कर रहे हैं इंतजार रहे थे.

राजभवन पहुंचे गहलोत खेमे के विधायकों ने जमकर नारेबाजी की

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