संसद में शनिवार को रेल बजट पेश करते हुए वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने तेजस जैसी और ट्रेनें चलाए जाने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि ये ट्रेनें देश के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों को जोड़ेंगी. वित्त मंत्री ने कहा कि रेलवे की कमाई कम है इसलिए रेलवे में सोलर पावर का इस्तेमाल करने पर जोर दिया जा रहा है. इसके लिए रेलवे ट्रैक्स के पास खाली पड़ी रेलवे की जमीन पर सोलर पावर ग्रिड बनाए जाने की भी योजना है.
सीतारमण ने 148 किलोमीटर लंबे बेंगुलुरु सबअर्बन ट्रांसपोर्टेशन प्रोजेक्ट के लिए 20 फीसदी हिस्सा भारतीय रेलवे द्वारा दिए जाने की घोषणा की है. इस योजना 18 हजार 600 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. उन्होंने कहा कि इसका विकास मेट्रो की तर्ज पर किया जाना है.
वित्तमंत्री ने कहा कि सरकार के 100 दिन पूरे होने के अंदर ही 550 वाईफाई देश के कई स्टेशनों पर लगाए गए हैं. उन्होंने कहा कि 27 हजार किलोमीटर रेलवे लाइन का विद्युतीकरण किया जा चुका है और देश में मानव रहित क्रॉसिंग खत्म हो चुकी हैं. उन्होंने बताया कि पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के अंतर्गत 150 पैसेंजर ट्रेनें चलाई जाएंगी. इसके लिए नीलामी और प्राइवेट पार्टनरशिप की प्रक्रिया चल रही है.
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