कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर गुरुवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि इस स्थिति को ठीक करने के लिए दुष्प्रचार की नहीं, बल्कि ठोस नीति की जरूरत है. एक अंग्रेजी दैनिक में छपे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साक्षात्कार का हवाला देते हुए गांधी ने यह भी कहा कि पहले सरकार को स्वीकार करना चाहिए कि अर्थव्यवस्था को लेकर समस्या है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘इस समय दुष्प्रचार, मनगढ़ंत खबरों और युवाओं के बारे में मूर्खतापूर्ण बातें करने की जरूरत नहीं है, बल्कि भारत को एक ठोस नीति की जरूरत है ताकि अर्थव्यवस्था की स्थिति को ठीक किया जा सके.'
साथ ही राहुल गांधी ने कहा, ‘पहले स्वीकार करिये कि हमारे सामने समस्या है. यह स्वीकार करना ही अच्छी शुरुआत होगी.' उन्होंने मनमोहन सिंह के जिस साक्षात्कार का हवाला दिया उसमें पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा है कि नोटबंदी और गलत ढंग से जीएसटी लागू करने के कारण अर्थव्यवस्था की स्थिति खराब हुई है.
वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी वाहनों की बिक्री में गिरावट को ओला एवं उबर से जोड़ने संबंधी बयान को लेकर गुरुवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर निशाना साधा और सवाल किया कि अर्थव्यवस्था के मामले में भाजपा इतनी भ्रमित क्यों है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'चुनाव के पहले बोला गया कि ओला-उबर ने रोजगार बढ़ाए हैं. अब बोला जा रहा है कि ओला-उबर की वजह से ऑटो सेक्टर में मंदी आ गई है.'
ओला, उबर टैक्सी सेवाओं की मौजूदा आर्थिक मंदी में बड़ी भूमिका नहीं: मारुति सुजुकी
प्रियंका ने सवाल किया, 'भाजपा सरकार अर्थव्यव्स्था के मामले में इतनी भ्रमित क्यों है?' गौरतलब है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि वाहन क्षेत्र में सुस्ती के कारणों में युवाओं की सोच में बदलाव भी है क्योंकि लोग अब खुद का वाहन खरीदकर मासिक किस्त देने के बजाए ओला और उबर जैसी आनलाइन टैक्सी सेवा प्रदाताओं के जरिये वाहनों की बुकिंग को ज्यादा महत्व देते हैं.
ऑटो सेक्टर में मंदी के लिए वित्त मंत्री ने युवाओं को ठहराया जिम्मेदार, तो Twitter पर आया ऐसा रिएक्शन
VIDEO: ऑटो सेक्टर में मंदी के लिए वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने ओला-उबर को ठहराया जिम्मेदार
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं