लद्दाख में भारत-चीन सीमा विवाद के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा है. बुधवार को उन्होंने पूछा कि मोदी सरकार भारतीय सेना के साथ है या चीन के साथ? इसके साथ ही उन्होंने लिखा है कि इतना डर किस बात का है? उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है, ''आप chronology समझिए: PM बोले कि कोई सीमा में नहीं घुसा, फिर चीन-स्थित बैंक से भारी क़र्ज़ा लिया, फिर रक्षामंत्री ने कहा चीन ने देश में अतिक्रमण किया, अब गृह राज्य मंत्री ने कहा अतिक्रमण नहीं हुआ. मोदी सरकार भारतीय सेना के साथ है या चीन के साथ? इतना डर किस बात का?'
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बता दें, पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत-चीन के बीच लगातार बने तनाव और चीन की ओर यथास्थिति बदलने की कोशिशों के बीच केंद्र सरकार ने बुधवार को संसद में कहा है कि पिछले छह महीनों में भारत-चीन सीमा पर कोई घुसपैठ नहीं हुई है. राज्यसभा में बीजेपी सांसद अनिल अग्रवाल की ओर से सवाल पूछा गया था कि क्या पिछले छह महीनों में कोई घुसपैठ हुई है और अगर हां तो इसके लिए सरकार क्या कदम उठा रही है. इसपर केंद्र की ओर से लिखित जवाब में यह कहा गया है.
आप chronology समझिए:
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 16, 2020
????PM बोले कि कोई सीमा में नहीं घुसा
????फिर चीन-स्थित बैंक से भारी क़र्ज़ा लिया
????फिर रक्षामंत्री ने कहा चीन ने देश में अतिक्रमण किया
????अब गृह राज्य मंत्री ने कहा अतिक्रमण नहीं हुआ
मोदी सरकार भारतीय सेना के साथ है या चीन के साथ?
इतना डर किस बात का?
गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने पाकिस्तान की ओर से की गई घुसपैठ की कोशिशों पर संसद में जानकारी दी, जो अप्रैल महीने में सबसे ज्यादा देखी गई हैं. लेकिन चीन पर उन्होंने कहा कि 'पिछले छह महीनों में इंडो-चीन बॉर्डर पर कोई घुसपैठ रिपोर्ट नहीं की गई है.'
वहीं, एक अन्य खबर के मुताबिक सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि सितंबर के शुरुआती दिनों में पैंगॉन्ग झील के उत्तरी किनारे पर भारत और चीन की तरफ से वॉर्निंग शॉट्स फायर किए गए थे. जानकारी है कि भारत और चीन ने 'चेतावनी के तौर पर' 100-200 गोलियां दागीं थीं. सूत्रों ने बताया है कि यह घटना तब हुई जब भारतीय सेना के जवान चीनी सैनिकों पर नजर रखने के लिए एक पोस्ट बना रहे थे. भारत का फिंगर 3 और 4 की चोटियों पर नियंत्रण है. यह घटना विदेश मंत्री एस जयशंकर की 10 सितंंबर को मॉस्को में उनके समकक्ष वांग यी से मुलाकात के कुछ दिन पहले हुई थी. दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने लद्दाख पर लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर तनाव कम करने को लेकर समझौता किया था.
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