राजीव राय भटनागर 1983 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं
नई दिल्ली:
सीआरपीएफ के नये डीजी राजीव राय भटनागर ने पदभार संभाल लिया है. नए डीजी का ऐलान तब हुआ जब सीआरपीएफ के 25 जवान छतीसगढ़ के सुकमा में नक्सली हमले में मारे गए. सुकमा में ही एक और हमले में 11 मार्च को 12 जवान नक्सली हमले में शहीद हुए थे. नए डीजी 1983 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. पदभार संभालने के बाद के बाद उन्होंने अपनी प्राथमिकताओं के बारे कहा कि ये महत्वपूर्ण है कि अर्धसैनिक बलों को रणनीति और योजना को हर स्तर पर लागू करना होगा. डीजी के मुताबिक उनकी पहली प्राथमिकता ऑपरेशनल और लॉजिस्टक मामलों की समीक्षा कर उनसे जुड़ी समस्याओं का हल निकालना है. पदभार संभालने के बाद भटनागर ने जम्मू कश्मीर के बिगड़ते हालात की समीक्षा की. कश्मीर में लगातार पत्थरबाजी, प्रदर्शन और आतंकी घटनाओं की तदाद बढ़ रही है. पिछले दिनों सीआरपीएफ जवानों की पिटाई का वीडियो भी वायरल हुआ था.
इससे पहले भटनागर एनसीबी के डायरेक्टर-जनरल पद पर तैनात रहे हैं. आईआईएम अहमदाबाद से भटनागर एमबीए भी कर चुके हैं. सीआरपीएफ के डीजी का पद पिछले 8 सप्ताह से खाली था, क्योंकि केंद्र सरकार किसी नाम पर सहमत नहीं हो पा रही थी. के दुर्गा प्रसाद के 28 फरवरी को रिटायर होने के बाद अर्धसैन्य बल का यह शीर्ष पद करीब दो महीने तक खाली रहा. भटनागर इससे पहले सीआईएसएफ में भी तैनात रहे हैं.
उत्तर प्रदेश कैडर के 57 साल के भटनागर को बेहद तेज-तर्रार पुलिस अधिकारी माना जाता है. दुनिया और देश के सबसे बड़े अद्धसैनिक बल के प्रमुख के रूप में भटनागर इस पद पर करीब 32 महीने तक बने रहेंगे. करीब 235 बटालियन वाले इस बल में कर्मियों की संख्या करीब तीन लाख है. सीआरपीएफ के जिम्मे देश में आतंकवाद से लड़ाई और नक्सलियों से निपटने जैसे महत्वपूर्ण काम हैं.
इससे पहले भटनागर एनसीबी के डायरेक्टर-जनरल पद पर तैनात रहे हैं. आईआईएम अहमदाबाद से भटनागर एमबीए भी कर चुके हैं. सीआरपीएफ के डीजी का पद पिछले 8 सप्ताह से खाली था, क्योंकि केंद्र सरकार किसी नाम पर सहमत नहीं हो पा रही थी. के दुर्गा प्रसाद के 28 फरवरी को रिटायर होने के बाद अर्धसैन्य बल का यह शीर्ष पद करीब दो महीने तक खाली रहा. भटनागर इससे पहले सीआईएसएफ में भी तैनात रहे हैं.
उत्तर प्रदेश कैडर के 57 साल के भटनागर को बेहद तेज-तर्रार पुलिस अधिकारी माना जाता है. दुनिया और देश के सबसे बड़े अद्धसैनिक बल के प्रमुख के रूप में भटनागर इस पद पर करीब 32 महीने तक बने रहेंगे. करीब 235 बटालियन वाले इस बल में कर्मियों की संख्या करीब तीन लाख है. सीआरपीएफ के जिम्मे देश में आतंकवाद से लड़ाई और नक्सलियों से निपटने जैसे महत्वपूर्ण काम हैं.
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