प्रतीकात्मक तस्वीर
जालंधर:
पंजाब में अलग-अलग स्थानों पर रुक-रुककर हो रही बारिश को यहां के किसानों और सूबे में धान की खेती के लिए ‘वरदान’ बताते हुए राज्य सरकार के कृषि विभाग ने कहा है कि सूबे में हो रही औसतन अच्छी बारिश धान तथा बासमती के लिए रामबाण साबित होगी। हालांकि, विभाग ने किसानों को आगाह किया है कि वे अपने खेतों में पानी को अधिक दिन तक नहीं ठहरने दें ।
पंजाब सरकार के कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक स्वतंत्र कुमार एरी इस बारे में ‘भाषा’ से बातचीत में कहा, ‘‘पंजाब में पिछले कुछ सालों में गौर करें तो इस बार जुलाई महीने में अच्छी बारिश हो रही है । यह बारिश धान की रोपाई के समय में सरकार के लिए, किसानों के लिए और धान की खेती खासकर बासमती के लिए वरदान साबित हो रही है ।’’ एरी ने कहा, ‘‘जिन खेतों में धान या बासमती की रोपाई हो रही है उन खेतों के लिए यह पानी वरदान है । इस पानी को खेतों में ठहरना भी जरूरी है ताकि शुरूआती दिनों में धान के पौधों को पानी का अभाव नहीं हो । राज्य में ठीकठाक बारिश हो रही है और इससे किसानों को फायदा है क्यांेकि कृषि लागत कुछ कम हो सकती है ।’’
इसके साथ ही अधिकारी ने यह भी कहा, ‘‘प्रदेश के किसानों को यह समझना होगा कि बारिश का यह पानी अधिक दिनों तक उनके खेतों में नहीं रूके क्योंकि जिन खेतों में धान की रोपाई हो चुकी है उनमें अधिक समय तक पानी ठहरने से पौधों के सड़ने का खतरा हो सकता है ।’
पंजाब सरकार के कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक स्वतंत्र कुमार एरी इस बारे में ‘भाषा’ से बातचीत में कहा, ‘‘पंजाब में पिछले कुछ सालों में गौर करें तो इस बार जुलाई महीने में अच्छी बारिश हो रही है । यह बारिश धान की रोपाई के समय में सरकार के लिए, किसानों के लिए और धान की खेती खासकर बासमती के लिए वरदान साबित हो रही है ।’’ एरी ने कहा, ‘‘जिन खेतों में धान या बासमती की रोपाई हो रही है उन खेतों के लिए यह पानी वरदान है । इस पानी को खेतों में ठहरना भी जरूरी है ताकि शुरूआती दिनों में धान के पौधों को पानी का अभाव नहीं हो । राज्य में ठीकठाक बारिश हो रही है और इससे किसानों को फायदा है क्यांेकि कृषि लागत कुछ कम हो सकती है ।’’
इसके साथ ही अधिकारी ने यह भी कहा, ‘‘प्रदेश के किसानों को यह समझना होगा कि बारिश का यह पानी अधिक दिनों तक उनके खेतों में नहीं रूके क्योंकि जिन खेतों में धान की रोपाई हो चुकी है उनमें अधिक समय तक पानी ठहरने से पौधों के सड़ने का खतरा हो सकता है ।’