
राहुल गांधी ने कहा है कि पीएम मोदी पेट्रोल-डीजल को भी जीएसटी के तहत लाएं.
- जीओआई अकेले 2,73,000 करोड़ रुपये कमा रहीं
- प्रधानमंत्री रोजगार के अवसर पैदा करने पर भी ध्यान दें
- जीएसटी की दर में कमी को ‘काफी कम, काफी देर’ करार दिया
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राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को नए कर सुधार को अगले चुनाव में लाभ के तौर पर नहीं देखना चाहिए. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ एक देश,सात कर, अनेक फार्म भरने और करदाता की कठोर शक्तियों में सुधार का वक्त. इसे वाकपटुता से परे अच्छा और सरल बनाएं.’’ अनेक ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘‘उम्मीद करता हूं कि मोदी जी ने आर्थिक गिरावट और जीएसटी गड़बड़ी को लोगों की परेशानी को दूर करने के चश्मे से देखा होगा न कि अगले चुनाव में लाभ के तौर पर.’’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘तब पहला कदम अत्यधिक मुनाफाखोरी को रोकने के लिए पेट्रोल डीजल को भी जीएसटी के तहत लाने का होगा क्योंकि जीओआई अकेले 2,73,000 करोड़ रुपये कमाती है.''
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कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से एक वीडियो मैसेज में उन्होंने सरकार से छोटे और मझोले व्यापारों को समर्थन देने के लिए कहा. उन्होंने प्रधानमंत्री से रोजगार के अवसर पैदा करने पर भी ध्यान देने को कहा.
कांग्रेस ने जीएसटी की दर में कमी को ‘‘काफी कम, काफी देर’’ करार दिया और कहा कि नए कर सुधार कदम में लोगों की चिंताओं को दूर करने के लिए और ज्यादा करने की आवश्यकता थी.
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पार्टी के संचार प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा, काफी कम, काफी देर. प्रक्रियात्मक राहतें मोदी सरकार द्वारा जीएएसटी के मूल ढांचे में की गई गड़बड़ी की भरपाई नहीं कर सकेंगी.
(इनपुट भाषा से)
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