तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के बेटे केटी रामाराव ने आज कांग्रेस का मजाक उड़ाया और सवाल किया कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत इसमें शामिल क्यों होना चाहेंगे. दरअसल, जिस IPAC संगठन का किशोर ने वर्षों तक नेतृत्व किया था, केसीआर ने उसके साथ करार किया है. जिसके बाद कल यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि क्या इससे कांग्रेस के साथ चल रही प्रशांत किशोर की बातचीत पर ब्रेक लग गया है.
यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस के साथ प्रशांत किशोर की बातचीत में हितों का टकराव हो सकता है, के टी रामाराव ने एनडीटीवी से कहा, "सबसे पहले मुझे नहीं पता कि क्या कांग्रेस को देश में कहीं भी गंभीरता से लिया जा सकता है."
उन्होंने कहा कि पार्टी ने अपनी हार के बावजूद "पिछले तीन वर्षों में एक भी सुधार" नहीं किया है. उन्होंने बताया कि राहुल गांधी को 2019 में अपने परिवार के गढ़ अमेठी में भाजपा से हार का सामना करना पड़ा और हाल ही में उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस संसदीय क्षेत्र के तहत एक भी सीट जीतने में विफल रही है.
प्रशांत किशोर के बारे में पूछे जाने पर, जिन्हें उनके पिता ने अपना "सबसे अच्छा दोस्त" बताया, राव ने कहा, "पीके एक बीमार इकाई के पास जा रहे हैं. यही हो रहा है.इसे बहुत अधिक महत्व न दें".
फिर उन्होंने आगे कहा, "एक रणनीतिकार के रूप में बाहर से परिदृश्य को देखते हुए उनकी राय हो सकती है. मेरी राय है कि कांग्रेस एक निरर्थक संस्था है".
बता दें कि आधिकारिक तौर पर खुद को IPAC से अलग करने वाले किशोर अभी भी इसके साथ जुड़े हुए हैं. उन्होंने सप्ताहांत को मुख्यमंत्री के साथ हैदराबाद में बिताया था.
बैठक में कांग्रेस के एक वर्ग के नाराज रहने की संभावना है, जो प्रशांत किशोर के क्षेत्रीय दलों के साथ पेशेवर और व्यक्तिगत संबंधों से असहज है- जिन्हें वे स्पष्ट रूप से दुश्मन खेमे के रूप में मानते हैं.
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