उत्तर पूर्वी दिल्ली के खजूरी खास इलाके में बीती रात एक घर में छिपे बदमाशों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई. बदमाश पूरी बिल्डिंग को उड़ाने की धमकी दे रहे थे. पुलिस ने मुश्किल से बिल्डिंग में रह रहे 15 परिवारों को बाहर निकाला और फिर 3 घंटे के ऑपरेशन के दोनों बदमाशों को ढेर कर दिया गया. इस दौरान इमारत में रह रहे बच्चे सहम गए. उत्तरी पूर्वी दिल्ली के डीसीपी संजय सेन के मुताबिक- 11-12 अगस्त की दरमियानी रात एसएचओ खजूरी खास को एसएचओ बेगमपुर के माध्यम से श्री राम कॉलोनी, खजूरी खास के इलाके में भारी हथियारों और गोला-बारूद के साथ वांछित अपराधियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी. तुरंत उन्होंने एक टीम गठित की और श्री राम कॉलोनी पहुंचे.
डीसीपी रोहिणी प्रणव तायल के मुताबिक- इसी बीच रोहिणी जिले के बेगमपुर थाने की टीम भी पहुंच गई और उनके साथ हो गई. इसके बाद पुलिस टीम उस घर में पहुंची जहां जहां दो संदिग्ध व्यक्ति छिपे हुए थे. मकान के मालिक ने इमारत की दूसरी मंजिल के एक कमरे में दो व्यक्तियों के होने की पुष्टि की. चूंकि आरोपी व्यक्तियों के पास भारी हथियार और विस्फोटक होने का संदेह था और श्री राम कॉलोनी का क्षेत्र घनी आबादी वाला है और अन्य किरायेदार भी इमारत में रह रहे थे, इसलिए हर संभव सावधानी बरती गई. इमारत में रह रहे सभी 15 परिवारों और बच्चो को सुरक्षित निकाला गया.
पुलिस टीम दूसरी मंजिल पर पहुंची और अंदर से बंद कमरे का दरवाजा खटखटाया और दरवाजा खोलने को कहा. लेकिन दरवाजा खोलने के बजाय, कमरे के अंदर के लोगों ने टीम को धमकी दी तुम यहां से चले जाओ, हमारे पास काफी मात्रा में हथियार और गोला बारूद है. हम खुद को भी खत्म कर लेंगे और इस पूरी बिल्डिंग को उड़ा देंगे. वो बार-बार यही धमकी दे रहे थे कि "अगर तुम यहां से नहीं गए तो हम खुद को गोली मार लेंगे और साथ ही सबको मार देंगे. पुलिस टीम ने उन्हें शांत करने की पूरी कोशिश की, लेकिन वे आक्रामक थे और पुलिस के बार-बार अनुरोध पर कोई ध्यान नहीं दिया. पुलिस टीम ने चुपके से खिड़की से कमरे के अंदर देखा तो दो व्यक्तियों की मौजूदगी की पुष्टि हुई, जिन्होंने पिस्टल अपनी कनपटी में तान रखी थी. पुलिस ने उनका फोटो भी लिया. खिड़की के पास पुलिस की मौजूदगी को देखते हुए उन्होंने फायर कर दिया. बगल के कमरे में एक परिवार रहता था. पुलिस टीम ने उन्हें बाहर निकाला और गंभीरता को भांपते हुए अन्य लोगों को भी इमारत से बाहर निकाला.
तीन घंटे से अधिक समय तक समझाने और तमाम कोशिशों के बाद पुलिस टीम ने दरवाजा तोड़कर कमरे में घुसने का फैसला किया. एक स्थानीय निवासी आरिश ने हथौड़े का इंतजाम किया और दरवाजा टूटने ही वाला था कि आरोपी ने अंदर से अंधाधुंध फायरिंग कर दी. कोई रास्ता नहीं मिलने पर पुलिस टीम ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की, फायरिंग के दौरान कॉन्स्टेबल सचिन खोकर और कॉन्स्टेबल कलिक तोमर को गोली लगी. टीम के अन्य सदस्यों ने उन्हें वापस खींच लिया और आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की जिसके परिणामस्वरूप दो अपराधियों को गोली लगी. दोनों आरोपी व्यक्तियों और घायल पुलिसकर्मियों को तुरंत जेपीसी अस्पताल ले जाया गया जहां दोनों आरोपियों को मृत घोषित कर दिया गया.
बाद में आरोपी व्यक्तियों की पहचान अमीर खान और राजमन के तौर पर हुई,आमिर गाजियाबाद का जबकि राजमन दिल्ली के वजीरपुर का रहने वाला था,आमिर पर पहले के 7 जबकि राजमन पर 5 केस दर्ज थे,मौके से 2 पिस्टल,4 मैगज़ीन,60 कारतूस और 1 लाख रुपये कैश बरामद हुआ.दोनों घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है,क्राइम टीम और फोरेंसिक टीमें मौके पर हैं और सबूत जुटाने में लगी हैं.
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