नई दिल्ली:
भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत में ठहराव नहीं है, कहते हुए विदेशमंत्री सलमान खुर्शीद ने गुरुवार को कहा कि इस्लामाबाद की ओर से विदेशमंत्री स्तर की वार्ता के प्रस्ताव पर फैसला प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ही ले सकते हैं।
एक न्यूज चैनल से बातचीत में खुर्शीद ने कहा, "मतभेद का समाधान होना चाहिए और विवेक के साथ आगे बढ़ने के लिए राष्ट्र के हितों और संवेदनाओं को ध्यान में रखना जरूरी होता है।"
पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच बातचीत का प्रस्ताव रखा था। उन्होंने कहा था कि जम्मू एवं कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर तनाव दक्षिण एशिया की शांति के हित में नहीं है।
खुर्शीद ने कहा कि दोनों देशों के बीच किसी भी किस्म की समस्या का हल आपसी बातचीत से ही निकल सकता है।
एक न्यूज चैनल से बातचीत में खुर्शीद ने कहा, "मतभेद का समाधान होना चाहिए और विवेक के साथ आगे बढ़ने के लिए राष्ट्र के हितों और संवेदनाओं को ध्यान में रखना जरूरी होता है।"
पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच बातचीत का प्रस्ताव रखा था। उन्होंने कहा था कि जम्मू एवं कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर तनाव दक्षिण एशिया की शांति के हित में नहीं है।
खुर्शीद ने कहा कि दोनों देशों के बीच किसी भी किस्म की समस्या का हल आपसी बातचीत से ही निकल सकता है।
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