तीन नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ किसान आंदोलन (Farmers Protest) के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi) 25 दिसम्बर यानी भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Former PM Atal Bihari Vajpayee) की जयंती पर देश भर के 9 करोड़ किसानों को संबोधित करेंगे और किसान कानूनों पर अपनी बात रखेंगे. इस मौके पर प्रधानमंत्री देशभर के 9 करोड़ से ज्यादा किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत 18,000 करोड़ रुपये की अगली किश्त भी ट्रांसफर करेंगे.
पीएम मोदी का यह संबोधन वर्चुअल होगा. वह किसानों से कृषि कानूनों पर सरकार की स्थिति स्पष्ट करेंगे. पीएम के कार्यक्रम में छह राज्यों से चुनिंदा किसानों को शामिल किया जाएगा. ये सभी किसान भारत सरकार द्वार लिए गए फैसलों पर अपने अनुभव पीएम से साझा करेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान जारी कर इसकी पुष्टि की है.
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यह केंद्र सरकार के उस संपर्क अभियान का हिस्सा है, जिसमें किसानों के आंदोलन की काट के रूप में देशभर में 100 प्रेस कॉन्फ्रेन्स और 700 बैठकें करने का फैसला लिया गया है. बीजेपी भी पीएम के संबोधन के अलावा घर-घर संपर्क अभियान चलाएगी. जिसके तहत कृषि कानूनों को लेकर लिखे गए कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के खुले पत्र को घर घर पहुंचाया जाएगा.
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बता दें कि कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर हजारों किसान पिछले 28 दिनों से कड़ाके की ठंड के बावजूद दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. सरकार और किसान संगठनों के बीच पांच दौर की वार्ता बेनतीजा रही है. अब किसानों ने सरकार पर आंदोलन को भटकाने का आरोप लगाते हुए अपना विरोध और तेज कर दिया है.
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