प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई चर्चा का जवाब दे रहे हैं. प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति को धन्यवाद दिया कि उन्होंने विकसित भारत का खाका दिया. मगर, विपक्ष हंगामा कर रहा है. प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ लोग भारत को निराश करने की कोशिश कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ने हंगामा कर रहे सांसदों पर तंज कसते हुए शायराना अंदाज में कहा, "कीचड़ उसके पास था, मेरे पास गुलाल, जो भी जिसके पास था, उसने दिया उछाल." प्रधानमंत्री ने कहा कि साठ साल कांग्रेस के परिवार ने, हो सकता है उनका इरादा हो, मगर उन्होंने गड्ढे ही गड्ढे कर दिए थे. छह-छह दशक बर्बाद कर दिए थे. उस समय छोटे-छोटे देश आगे बढ़ रहे थे. देश की जनता समस्याओं से जूझ रही थी, लेकिन कांग्रेस की सरकारों की प्राथमिकता अलग थी. किसी समस्या का पर्मानेंट सॉल्यूशन नहीं किया. आज हम सभी समस्याओं के पर्मानेंट सॉल्यूशन की तरफ आगे बढ़ रहे हैं.
हमारी प्राथमिकता हमारे देश के नागरिक थे इसलिए हमने 25 करोड़ से ज़्यादा परिवारों तक गैस कनेक्शन पहुंचाया। इसमें हमें नए इंफ्रास्ट्रक्चर और धन खर्च करना पड़ा। 18,000 से ज़्यादा गांव ऐसे थे जहां बिजली नहीं पहुंची थी। समयसीमा के साथ हमने 18,000 गांव में बिजली पहुंचाई: राज्यसभा में PM pic.twitter.com/LJd9TVUdq4
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 9, 2023
विपक्ष लगातार प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान नारेबाजी कर रहा है, मगर प्रधानमंत्री बगैर रुके लगातार जवाब दे रहे हैं और अपनी सरकार के काम को गिना रहे हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने हर घर जल योजना के जरिए 11 करोड़ परिवारों को जल दिया. लोगों को पर्मानेंट सॉल्यूशन दिया. कांग्रेस की सरकार साठ साल शासन में रहने के बाद भी यह नहीं कर पाई थी. प्रधानमंत्री ने कहा कि मल्लिकार्जुन खरगे पर कहा कि आपको जनता हटा रही है और आपको रोना यहां रो रहे हो. जनता ने आपको हराकर किसी और को जिता दिया. पीएम ने जन धन योजना का जिक्र करते हुए कहा कि देश की जनता को वर्षों तक बैंकों से दूर रखा गया, लेकिन हमारी सरकार ने गरीबों के खाते खोले. मल्लिकार्जुन खरगे के क्षेत्र में भी लाखों लोगों के खाते खुले हैं.
हमने सैचुरेशन का रास्ता चुना अर्थात शत प्रतिशत लाभार्थी को लाभ पहुंचे। सरकार इस राह पर काम कर रही है। सैचुरेशन का मतलब होता भेदभाव की सारी गुंजाइश खत्म करना। यह तुष्टीकरण की आशंकाओं को खत्म कर देता है: राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/i67kEuOBwo
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि टेक्नोलॉजी के माध्यम से जनता की समस्याओं को हल करने का प्रयास कर रहे हैं. सिर्फ चाहने और कहते रहने से कुछ नहीं होता. पहले सिर्फ चाहा जाता था...जैसे गरीबी हटाओ. सर के दिखाना पड़ता है. जनता की समस्याओं को समाप्त करने के लिए हमें ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. महात्मा गांधी जी के अनुसार, हम लगातार गरीबों के लिए काम करते रहेंगे. दिन-रात खुद को खपाते रहेंगे. पहले गैस कनेक्शन के लिए लोग सांसदों के पास जाते थे. हमने 32 करोड़ परिवारों तक गैस कनेक्शन पहुंचाया. इसके लिए मेहनत करनी पड़ी. दूसरे देशों से गैस मंगाना पड़ा. मगर हमने किया. 18,000 गांवों में आजादी के साठ साल बाद तक बिजली नहीं थी. यह आदिवासियों के गांव थे. इन्होंने ध्यान नहीं दिया. हमने चुनौती को स्वीकार किया और समय-सीमा के भीतर सभी गांवों में बिजली पहुंचाई. उन गांव के लोगों का सरकार में विश्वास बढ़ा.
कांग्रेस को बार-बार देश नकार रही है लेकिन कांग्रेस और उसके साथी अपनी साजिशों से बाज़ नहीं आ रही है लेकिन जनता इसे देख रही है और उनको हर मौके पर सज़ा भी दे रही है: राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/W5xOquuOkM
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहले की सरकारों में कुछ घंटे बिजली आती थी. गांव में एक खंभा डाल दिया जाता था, लेकिन एक-दो घंटे से ज्यादा बिजली नहीं आती थी. आज हम 22 घंटे से ज्यादा बिजली देने का प्रयास कर रहे हैं. इसके लिए प्रयास करना पड़ा. मेहनत करनी पड़ी. मगर हमारी सरकार ने किया. हमारी सरकार का शत-प्रतिशत लाभार्थियों तक पहुंचाने का संकल्प है. मेरा-तेरा, अपना-पराया का भेदभाव की सारी गुंजाइश को समाप्त करने वाला होता है. इससे लोगों का विश्वास बढ़ता है कि भले ही एक-दो महीने देर हो जाए, लेकिन मुझे भी मिलेगा. सच्चा सेकुलरिज्म तो यही है. कांग्रेस को देश बार-बार नकार रही है, लेकिन कांग्रेस अपनी साजिशों से बाज नहीं आ रही है. देश की जनता देख रही है.
110 ऐसे आकांक्षी जिले जहां बहुल संख्या आदिवासी की है उन्हें योजनाओं का सीधा लाभ मिला है। यहां के शिक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस किया गया। बजट में शेड्यूल ट्राइब कंपोनेंट फंड के तहत 2014 के पहले की तुलना में 5 गुना अधिक वृद्धि हुई है: राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/D669tp9F0u
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प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी की लड़ाई में आदिवासियों का बहुत बड़ा योगदान था, लेकिन उनपर ध्यान नहीं दिया गया. अगर कांग्रेस की सरकारों ने सही तरह से काम किया होता तो आज मुझे इतनी मेहनत नहीं करनी पड़ती. अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में पहली बार आदिवासियों के लिए मंत्रालय बनाया. 110 जिलों पर हम विशेष फोकस कर रहे हैं. हर विषय पर ध्यान दे रहे हैं. हमारी सरकार ने आदिवासियों को सात लाख पट्टे दिये. पहले की सरकारों की प्राथमिकता में आदिवासी नहीं थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में 80-85 प्रतिशत छोटे किसान हैं. ये किसान एक-दो एकड़ जमीन वाले हैं. मगर इनके लिए किसी ने कुछ नहीं किया. महिलाओं की इज्जत का किसी ने ख्याल नहीं रखा. हमने 11 करोड़ शौचालय बनाकर महिलाओं को सशक्त किया. प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए भी हमारी सरकार ने काम किया. बेटियों को गर्भ में मारा न जाए, इसलिए बेटी बचाओ शुरू किया. बेटियों की पढ़ाई के लिए सुकन्या योजना शुरू की. बेटियों को काम करने के लिए मुद्रा योजना में बिना गारंटी कर्ज देने की शुरूआत की. सैनिक स्कूलों में बेटियों को पढ़ने का मौका दिया. सेना के दरवाजे भी बेटियों के लिए खोल दिए गए. प्रधानमंत्री के भाषण से भाजपा के सांसद भी उत्साहित हो गए और संसद में मोदी-मोदी के नारे लगाने लगे. भाजपा सांसदों ने इतनी जोर से मोदी-मोदी के नारे लगाए कि विपक्षी सांसदों के विरोध और नारे की आवाज खो सी गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि तकनीक का इस्तेमाल किसान भी कर रहे हैं.
इससे पहले उन्होंने बुधवार को लोकसभा में चर्चा का जवाब दिया था. पीएम मोदी ने कल लोकसभा में कांग्रेस की जमकर खिंचाई की. दुष्यंत कुमार की कविता के सहारे कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा था, 'तुम्हारे पांव के नीचे ज़मीन नहीं, कमाल ये है कि फिर भी तुम्हें यकीन नहीं.'
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