गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) के बाबा साहब भीमराव आंबेडकर को लेकर दिए गए बयान पर घमासान मचा है. विपक्षी दलों ने संसद में सरकार पर जोरदार हमला बोला. अब इस मुद्दे पर पीएम मोदी ने अमित शाह का बचाव किया है. प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा है कि कांग्रेस और उसका सड़ा हुआ इकोसिस्टम सोचता है कि उनके दुर्भावनापूर्ण झूठ कई वर्षों के उनके कुकर्मों को छिपा सकते हैं. पीएम ने लिखा कि खासकर डॉ.आंबेडकर का जो कांग्रेस ने अपमान किया था उसे छिपा लेंगे अगर वो ये सोचते हैं तो वो उनकी गलतफहमी है. भारत के लोगों ने बार-बार देखा है कि कैसे एक परिवार के नेतृत्व वाली एक पार्टी ने डॉ. अंबेडकर की विरासत को मिटाने और एससी/एसटी समुदायों को अपमानित करने के लिए हर संभव गंदी चाल चली है.
If the Congress and its rotten ecosystem think their malicious lies can hide their misdeeds of several years, especially their insult towards Dr. Ambedkar, they are gravely mistaken!
— Narendra Modi (@narendramodi) December 18, 2024
The people of India have seen time and again how one Party, led by one dynasty, has indulged in…
अमित शाह ने क्या कहा था?
अमित शाह मंगलवार को संविधान के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर बहस के दौरान सदन को संबोधित किया था. इस दौरान अमित शाह ने कहा था कि बीआर अंबेडकर का नाम लेना अब एक "फैशन" बन गया है. अब यह एक फैशन हो गया है.अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर. इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता.
सत्यमेव जयते!
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) December 18, 2024
गृहमंत्री @AmitShah जी ने कांग्रेस को आइना दिखाते हुए बताया कि नेहरू जी ने बाबासाहेब अंबेडकर जी के बारे में क्या कहा था... pic.twitter.com/1ImUIiyTKT
पीएम मोदी की प्रमुख बातें
- पीएम ने कहा कि लोगों ने अक्सर देखा है कि कैसे एक वंश के नेतृत्व वाली एक पार्टी ने आंबेडकर की विरासत को मिटाने के लिए हर गंदी चाल चली.
- यदि कांग्रेस और उसका सड़ा-गला परिवेषी तंत्र (इकोसिस्टम) सोचते हैं कि दुर्भावनापूर्ण झूठों से उनके गलत कार्यों, खासकर आंबेडकर के अपमान को छिपाया जा सकता है, तो वह बहुत बड़ी गलतफहमी में हैं.
- प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस के निशाने पर आये अमित शाह का बचाव करते हुए कहा कि गृह मंत्री ने राज्यसभा में आंबेडकर का अपमान करने के कांग्रेस के काले इतिहास को उजागर किया.
मोदी अर्काइव एक्स हैंडल से पीएम मोदी की एक तस्वीर पोस्ट की गयी है जिसमें लिखा गया है कि 1986 में जब पीएम मोदी बीजेपी में शामिल हुए तो उनकी शुरुआती पहलों में से एक डॉ. बी.आर. की विरासत का सम्मान करना था. अम्बेडकर - एक मिशन जिसे उन्होंने तब से जारी रखा है.
यह बहुत पहले की बात है जब डॉ. अम्बेडकर का नाम कुछ राजनीतिक संस्थाओं द्वारा अपने संकीर्ण राजनीतिक लाभ के लिए लिया गया था. पीएम मोदी के लिए, अंबेडकर के मूल्यों के प्रति श्रद्धा और विश्वास हमेशा एक आजीवन प्रतिबद्धता रही है, न कि राजनीतिक सुविधा का मामला.
When @narendramodi joined the BJP in 1986, one of his earliest initiatives was honoring the legacy of Dr. B.R. Ambedkar - a mission he has continued ever since.
— Modi Archive (@modiarchive) December 18, 2024
This was long before Dr. Ambedkar's name had been co-opted by certain political entities for their narrow political… pic.twitter.com/6QMGfVuIh0
कांग्रेस नेताओं ने मकर द्वार पर किया प्रदर्शन
कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर के संदर्भ में की गई एक टिप्पणी को लेकर बुधवार को संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया और शाह से माफी की मांग की. संसद भवन के ‘मकर द्वार' के निकट कांग्रेस, द्रमुक और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सांसद एकत्र हुए और शाह की टिप्पणी को लेकर विरोध जताते हुए नारेबाजी की। उन्होंने ‘जय भीम' और ‘बाबासाहेब का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान' के नारे लगाए.
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, द्रमुक नेता टी आर बालू और कई विपक्षी सांसद बाबासाहेब की तस्वीर लेकर प्रदर्शन में शामिल हुए.
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