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बंपर बिहार जीत के बाद गुजरात दौरे पर PM मोदी, मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की समीक्षा की

पीएमओ के मुताबिक, बुलेट ट्रेन के 508 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर में से 326 किमी का काम पूरा हो चुका है. नदियों पर बनने वाले 25 पुलों में से 17 का निर्माण भी हो चुका है.

बंपर बिहार जीत के बाद गुजरात दौरे पर PM मोदी, मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की समीक्षा की
  • गुजरात दौरे पर गए पीएम मोदी ने सूरत में बुलेट ट्रेन स्टेशन के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया
  • प्रधानमंत्री ने मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर (MAHSR) की प्रगति की समीक्षा भी की
  • बुलेट ट्रेन शुरु होने से मुंबई-अहमदाबाद के बीच यात्रा का समय करीब 2 घंटे कम होने की उम्मीद है
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भारत में बुलेट ट्रेन का काम तेजी से चल रहा है. इसके लिए सूरत में बुलेट ट्रेन स्टेशन बनाया जा रहा है. शनिवार को गुजरात दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस स्टेशन का निरीक्षण किया. साथ ही मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर (MAHSR) की प्रगति की समीक्षा भी की. पीएमओ के मुताबिक, अब तक 508 किमी लंबे कॉरिडोर के 326 किलोमीटर का काम पूरा हो चुका है. नदियों पर बनने वाले 25 पुलों में से 17 का निर्माण भी हो गया है.

यह बुलेट ट्रेन मुंबई और अहमदाबाद के बीच चलाई जानी है. इससे यात्रा का समय लगभग दो घंटे कम हो जाएगा. यत्रियों को न सिर्फ तेज गति से यात्रा करने बल्कि अधिक आरामदायक और सुविधाजनक तरीके के सफर करने का भी विकल्प मिलेगा. यह भारत के सबसे महत्वाकांक्षी इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्टों में से एक है और देश के हाई स्पीड कनेक्टिविटी युग में प्रवेश का प्रतीक है.

प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से बताया गया कि मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर करीब 508 किलोमीटर लंबा है. इसमें से 352 किलोमीटर एरिया गुजरात और दादरा व नगर हवेली में तथा 156 किलोमीटर महाराष्ट्र में है. यह कॉरिडोर साबरमती, अहमदाबाद, आणंद, वडोदरा, भरूच, सूरत, बिलिमोरा, वापी, बोईसर, विरार, ठाणे और मुंबई जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ेगा. यह भारत के ट्रांसपोर्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर में एक परिवर्तनकारी कदम होगा.

मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर का लगभग 85 प्रतिशत हिस्सा यानी 465 किलोमीटर का रूट पुलों पर बना है. इसकी वजह से जमीन पर व्यवधान कम से कम होगा और बेहतर सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी. इसे अंतर्राष्ट्रीय मानकों और एडवांस्ड इंजीनियरिंग तकनीकों के जरिए तैयार किया जा रहा है.

इस परियोजना से पूरे कॉरिडोर पर व्यापार, पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलने और क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, लगभग 47 किलोमीटर लंबे सूरत-बिलिमोरा खंड के निर्माण का कार्य अंतिम चरण में है. यहां सिविल वर्क और ट्रैक बिछाने का काम पूरा हो चुका है. 

बुलेट ट्रेन के सूरत स्टेशन का डिज़ाइन शहर के विश्व प्रसिद्ध हीरा उद्योग से प्रेरित है, जो इसकी भव्यता और दक्षता दोनों को दर्शाता है. इस स्टेशन को यात्री सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किया गया है. इसमें विशाल वेटिंग रूम, शौचालय और रिटेल शॉप्स भी शामिल हैं. यहां से सूरत मेट्रो, सिटी बसों और रेलवे नेटवर्क के साथ मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी भी मिलेगी. 

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