प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दिया. पीएम मोदी ने कहा, "देश की जनता ने हमारी सरकार के प्रति बार-बार विश्वास जताया है. इसके लिए देश की जनता का आभार. कहते हैं भगवान बहुत दयालु है. वह किसी ना किसी माध्यम से इच्छाओं की पूर्ति करता है." पीएम ने कहा, "मैं भगवान का आशीर्वाद मानता हूं कि ईश्वर ने विपक्ष को अविश्वास प्रस्ताव लाने का सुझाव दिया. 2018 में भी ये ईश्वर का आदेश था कि विपक्ष ऐसा प्रस्ताव लेकर आए थे. प्रस्ताव हमारी सरकार का फ्लोर टेस्ट नहीं, ये विपक्ष का ही फ्लोर टेस्ट है. एक तरह से विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव हमारे लिए शुभ होता है." पीएम मोदी के भाषण के दौरान विपक्ष 'मणिपुर मणिपुर' की नारेबाजी करने लगा. इसपर पीएम मोदी ने चुटकी ले ली. पीएम के भाषण के बीच विपक्ष ने वॉकआउट किया था. पीएम के भाषण के बाद ध्वनिमत से अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो गया.
पीएम मोदी ने कहा, "2018 में ईश्वर का आशीर्वाद था कि वे अविश्वास प्रस्ताव लाए थे. उस वक्त भी मैंने कहा था कि हमारी सरकार के लिए ये फ्लोर टेस्ट नहीं है. ये उन्हीं का फ्लोर टेस्ट है. हुआ भी वही. जब मतदान हुआ, तो विपक्ष के पास जितने वोट थे, उतने भी जमा नहीं कर पाए थे." पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, "कुछ विपक्षी दलों ने अपने आचरण से साबित कर दिया है कि उनके लिए पार्टी राष्ट्र से ऊपर है. मुझे लगता है कि आपको गरीबों की भूख की परवाह नहीं है लेकिन सत्ता की भूख आपके दिमाग में है."
2024 में सारे रिकॉर्ड तोड़ेगी बीजेपी
पीएम ने कहा, "इतना ही नहीं, जब हम सब जनता के पास गए तो जनता ने भी पूरी ताकत के साथ इनके लिए नो कॉन्फिडेंस घोषित कर दिया. चुनाव में एनडीए को कहीं ज्यादा सीटें मिलीं. एक तरह से विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव हमारे लिए शुभ होता है. आज देख रहा हूं कि आज आपने तय कर लिया है कि एनडीए और बीजेपी 2024 के चुनाव में पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़कर जनता के आशीर्वाद से वापस आएगी.
विपक्ष तैयारी करके क्यों नहीं आते
पीएम ने कहा, "विपक्ष नो बॉल, नो बॉल करते जा रहा है. हमारे इधर सेंचुरी बनती जा रही है. विपक्ष से बस एक बात पूछना चाहता हूं- आप तैयारी करके क्यों नहीं आते जी. 5 साल का वक्त दिया था. तैयारी करके नहीं आए."
अधीर रंजन पर पीएम मोदी का वार
पीएम मोदी ने कहा कि इस प्रस्ताव में कुछ विचित्र चीजें नजर आई. सबसे बड़े विपक्षी दल के नेता का बोलने की सूची में नाम ही नहीं था. 1999 में वाजयेपी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आया. शरद पवार उस वक्त नेतृत्व कर रहे थे. उन्होंने बहस की शुरुआत की. 2003 में अटल की सरकार थी. तब सोनिया गांधी विपक्ष की नेता थी. उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव रखा. 2018 में खड़गे विपक्ष के नेता थे उन्होंने प्रस्ताव रखा. लेकिन इस बार अधीर बाबू (रंजन) का क्या हाल हो गया. उनको बोलने का मौका नहीं दिया. अमित भाई (शाह) ने कहा तो मौका दिया. लेकिन गुड़ का गोबर कैसे करना है उसमें ये माहिर हैं.
हमने भारत के युवाओं को घोटालों से रहित सरकार दी
मोदी बोले कि हमने भारत के युवाओं को घोटालों से रहित सरकार दी है. हमने दुनिया में भारत की बिगड़ी हुई साख को सुधारा है. इसे फिर एक बार फिर नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है. कुछ कोशिश कर रहे हैं कि इसमें किसी तरह दाग लग जाए लेकिन दुनिया को भारत पर विश्वास बढ़ता जा रहा है. विश्व में समकूल वातावरण के बीच विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव की आड़ में जनता के विश्वास को तोड़ने की विफल कोशिश की है. विपक्ष इस वक्त भारत से जुड़ी कोई अच्छी बात सुन नहीं सकता.
विपक्ष का व्यवहार शुतुरमुर्ग जैसा
पीएम मोदी ने कहा कि भारत की तरक्की की सच्चाई दुनिया को दूर से दिख रही है, विपक्ष को यहां रहते हुए नहीं दिख रही. क्योंकि अविश्वास और घमंड इन रगों में रच बस गया है. विपक्ष का व्यवहार शुतुरमुर्ग जैसा हो गया है. इसके लिए देश कुछ नहीं कर सकता.
जिसका बुरा चाहते हैं, उसका भला हो रहा
पीएम मोदी ने कहा कि जब भी घर में कुछ अच्छा होता है तो काला टीका लगाया जाता है. आज देश की जो वाह वाही हो रही है, आपने संसद में काले कपड़े पहनकर देश को काला टीका लगाने का काम किया है. विपक्ष जिसका बुरा चाहता है, उसका भला हो रहा.
विपक्ष के अपशब्दों को अपना टॉनिक बना लेता हूं- मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि विपक्षी पार्टियां उनको दिन-रात कोसती हैं. उनका फेवरेट डायलॉग है कि मोदी तेरी कब्र खुदेगी. लेकिन मैं इनके अपशब्दों को अपना टॉनिक बना लेता हूं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास न तो नीति है, न नीयत है. बस नफरत है.
देश से पहले दल उनके लिए प्राथमिकता
पीएम मोदी ने विपक्ष पर कई वार किए. अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए पीएम ने कहा कि हम गांव, दलित, गरीब, पिछड़ों के लिए बिल लाए थे. इसमें इन्हें कोई रुचि नहीं है. देश की जनता ने जिस काम के लिए उन्हें यहां भेजा, उस जनता से भी विश्वासघात किया गया है. कुछ विपक्षी दलों के लिए उनके आचरण से सिद्ध कर दिया कि देश से ज्यादा उनके लिए दल है. देश से पहले दल उनके लिए प्राथमिकता है."
पीएम मोदी ने बताया विपक्ष का 'सीक्रेट वरदान'
भाषण के दौरान पीएम ने विपक्ष के तीन सीक्रेट वरदान भी गिनाए. उन्होंने कहा- "विपक्ष ने कहा था कि बैंकिंग सेक्टर बर्बाद हो जाएगा. विदेश से विद्वान लाकर ऐसा बुलवाया गया. लेकिन जब इन्होंने बैंकों का बुरा चाहा तब पब्लिक सेक्टर बैंक का नेट प्रॉफिट दो गुना से ज्यादा हो गया. विपक्ष ने फोन बैंकिंग घोटाले की बात की थी. इसके कारण देश को NPA के गंभीर संकट में डुबो दिया था. लेकिन उन्होंने जो NPA का अंबार लगाया था, उसे पार करके हम आगे निकल चुके हैं."
उन्होंने कहा, "हमारे डिफेंस के हेलिकॉप्टर बनाने वाले सरकारी कंपनी HAL से जुड़ी है. इसके लिए भली-बुरी बातें कही गईं. दुनिया में इसकी छवि बिगाड़ने कीकोशिश हुई. कहा गया कि HAL बर्बाद-तबाह हो गया है. इतना ही नहीं जैसे आजकल खेतों में जाकर वीडियो शूट होता है (राहुल पर तंज), वैसा ही उस समय HAL फैक्ट्री के दरवाजे पर मजदूरों की सभा कर वीडियो शूट किया गया था. कामगारों को भड़काया गया कि आपका अब कोई भविष्य नहीं है. इसका बुरा चाहा लेकिन आज HAL आज नई बुलंदी छू रहा है. HAL ने अपना अब तक का सबसे ज्यादा रेवेन्यू रजिस्टर किया है."
इंडिया नहीं घमंडिया गठबंधन
PM मोदी ने कहा कि कांग्रेस की मुसीबत ऐसी है कि खुद को जिंदा रखने के लिए इनको NDA का ही सहारा लेना पड़ा. लेकिन आदत के मुताबिक घमंड का जो I है वह इनको छोड़ता नहीं है, इनके NDA के साथ दो I जोड़ दिए. पहला I 26 दलों का घमंड, दूसरा I एक परिवार का घमंड. NDA भी चुरा लिया, खुद बचने के लिए इंडिया (I.N.D.I.A.) के भी कर दिए टुकड़े कर दिए.
विपक्ष को भारत की सेना नहीं दुश्मन के दावों पर भरोसा'
मोदी ने कहा कि हमारी सरकार जो भी योजना लाई उसका कांग्रेस और सहयोगी पार्टियों ने मजाक उड़ाया. मोदी ने कहा कि कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियों को भारत और उसके सामर्थ्य पर कभी भरोसा नहीं रहा. जैसे पाकिस्तान सीमा पर हमले करता था. आतंकवादी भेजता था और सब करके मुकर जाता था. कांग्रेस को पाकिस्तान से ऐसा प्रेम था कि उसकी बात पर भरोसा हो जाता था. कांग्रेस को कश्मीर के आम लोगों पर नहीं हुर्रियत पर विश्वास था. भारत ने आतंकवाद पर सर्जिकल और एयर स्ट्राइक लेकिन इनको भारत की सेना नहीं दुश्मन के दावों पर भरोसा था. आज कोई भी भारत के लिए अपशब्द बोलता है तो इनको उसपर तुरंत विश्वास हो जाता है. इनको भारत को बदनाम करने में मजा आता है.
देश के लिए यह समय बेहद अहम
हम सब ऐसे टाइम पीरियड में हैं, चाहे हम हों या आप... ये टाइम पीरियड बेहद अहम है. कालखंड जो गढ़ेगा, उसका प्रभाव इस देश पर आने वाले 1000 साल तक रहने वाला है. इस कालखंड में हम सबका दायित्व है, एक ही फोकस होना चाहिए कि देश का विकास, सपने पूरे करने का संकल्प, सिद्ध करने के लिए जी-जान से जुटना.
विपक्षी गठबंधन खंडहर पर नया प्लास्टर लगाने जैसा
इस बीच पीएम मोदी ने कांग्रेस के सहयोगी दलों पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, "मैं विपक्ष के साथियों के प्रति संवेदना व्यक्त करना चाहता हूं. आपने अभी बेंगलुरु में करीब दो दशक पुराने UPA का क्रियाक्रम, अंतिम संस्कार किया है. लेकिन साथ में जश्न भी मना रहे थे. यह खंडहर पर नया प्लास्टर लगाने जैसा था. दशकों पुरानी खटारा गाड़ी को इलेक्ट्रिक व्हीकल दिखाने की कोशिश हुई."
राहुल गांधी पर पीएम का वार
अविश्वास प्रस्ताव पर भाषण के दौरान पीएम मोदी ने राहुल गांधी बुधवार को दिए गए भाषण का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि बहुत बार बुरा बोलने के इरादे में भी सच निकल जाता है. लंका हनुमान ने नहीं जलाई, उनके (रावण) घमंड ने जलाई. जनता भी भगवान राम का रूप है, इसलिए 400 से 40 (कांग्रेस के सांसद) हो गए हैं.
ये लोकतंत्र की हत्या की बात करते हैं
पीएम मोदी ने कहा कि सत्ता के बिना किसी का ऐसा हाल हो जाता है. क्या-क्या भाषा बोली जा रही है. पता नहीं क्यों कुछ लोग भारत मां की मृत्यु की कामना करते नजर आ रहे हैं. ये वो लोग हैं जो कभी संविधान तो कभी लोकतंत्र की हत्या की बात करते हैं. क्या ये देश भूल गया है विभाजन विभीषिका हमारे सामने उन दर्द को लेकर आता है. ये वो लोग हैं जिन्होंने मां भारती के तीन टुकड़े कर दिए, जब मां भारती को गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराना था, तब इन लोगों ने मां भारती की भुजाएं काट दी. ये लोग किस मुंह से ऐसा बोलने की हिम्मत करते हैं.
फिल्म शराबी के गाने का जिक्र
पीएम मोदी ने इस दौरान अमिताभ बच्चन की फिल्म 'शराबी' के गाने चिंगारी कोई भड़के... का जिक्र किया. पीएम ने कहा कि अगर भाषण करते वक्त बीच में पानी पिए तो देखिए मोदी को पानी पिला दिया. अगर मैं गर्मी में कड़ी धूप में पसीना पोंछता हूं तो कहते हैं कि मोदी को पसीना ला दिया. एक गीत की पंक्ति है- डूबने वाले को तिनके का सहारा ही बहुत, दिल बहल जाए फकत इतना इशारा ही बहुत, इतने पर भी आसमां वाला गिरा दे बिजलियां, कोई बता दे जरा ये, डूबता फिर क्या करे. मैं कांग्रेस की मुसीबत समझता हूं, बरसों से एक ही प्रोडक्ट बार-बार लॉन्च करते हैं. लॉन्चिंग फेल हो जाती है.
इनके सपने में भी मोदी आता है
मोदी ने आगे कहा कि कल यहां दिल से बात करने की बात कही. उनके दिमाग के हाल को देश ने देखा था. अब उनके दिल का हाल भी देख लिया. इनका मोदी प्रेम भी जबरदस्त है. इनके सपने में भी मोदी आता है. अगर मोदी भाषण करते वक्त पानी पिए तो सीना तानकर कहेंगे कि देखिए मोदी को पानी पिला दिया.
मोहब्बत नहीं, लूट की दुकान
पीएम ने कहा कि कांग्रेस बरसों से एक ही फेल प्रोजेक्ट को बार बार लॉन्च करती है. लेकिन वह फेल हो जाता है. इसका नतीजा ये हुआ कि जनता के प्रति उनकी नफरत सातवें आसमान पर है. उनके पीआर वाले प्रचार करते हैं कि मोहब्बत की दुकान का. लेकिन देश की जनता कह रही है कि ये लूट की दुकान और बाजार है. इसमें नफरत, घोटाले और तुष्टिकरण है.
देश का स्वाभिमान बेचा
पीएम मोदी ने कहा कि इस दुकान ने इमरजेंसी, बंटवारा, सिखों पर अत्याचार बेचा, इतिहास बेचा है. शर्म करो नफरत की दुकान वालों तुमने सेना का स्वाभिमान बेचा है. मोदी ने आगे कहा कि जिन लोगों ने गमले में मूली नहीं उगाई वो खेतों को देखकर तो हैरान होंगे ही.
कांग्रेस ने ही मिजोरम-पंजाब में हमला करवाया
मोदी ने इस दौरान मिजोरम और पंजाब का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, "मेरा नॉर्थ-ईस्ट से इमोशनल अटैचमेंट है. पहली घटना 5 मार्च 1966 की है. इस दिन कांग्रेस ने मिजोरम में असहाय नागरिकों पर अपनी वायुसेना से हमला करवाया था. गंभीर विवाद हुआ. क्या किसी दूसरे देश की वायुसेना थी, क्या मिजोरम के लोग देश के नागरिक नहीं थे. निर्दोष नागरिकों पर हमला करवाया. आज भी मिजोरम में 5 मार्च को शोक मनाया जाता है. उस दर्द को भूल नहीं पा रहा है. इन्होंने मरहम लगाने की कोशिश नहीं की. कांग्रेस ने इस सच को देश से छिपाया है. अपने ही देश में वायुसेना से हमला करवाना. कौन था उस वक्त इंदिरा गांधी. अकाल तख्त पर हमला स्मृति में है, उन्हें मिजोरम में यह आदत पहले ही लग गई थी. यहां हमें उपदेश दे रहे हैं. नॉर्थ ईस्ट में वहां के लोगों के विश्वास की हत्या की है. घाव हमेशा समस्या के रूप में सामने आते हैं, उन्हीं के कारनामे हैं.
नेहरू ने असम को उसके हाल पर छोड़ा था
पीएम ने कहा, "दूसरी घटना 1962 में रेडियो प्रसारण हुआ. आज भी शूल की तरह नॉर्थ-ईस्ट को चुभ रहा है. देश पर चीन का हमला था, देशवासी रक्षा की उम्मीद कर रहे थे, लोग हाथों से लड़ाई लड़ रहे थे. दिल्ली के शासन में बैठे हुए नेहरू ने असम के लोगों के लिए जो कहा था, वो आज भी असमियों के लिए नश्तर की तरह चुभता है. उन्होंने असम को उनके भाग्य पर छोड़ दिया था."
पीएम मोदी के संबोधन के बाद लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हुई. अविश्वास प्रस्ताव ध्वनिमत से गिर गया. इसके बाद संसद को 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
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