
मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम ने प्रधानमंत्री मोदी को देश का सर्वोच्च सम्मान 'द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार एंड की ऑफ द इंडियन ओशन' देने की घोषणा की. प्रधानमंत्री मोदी यह सम्मान पाने वाले पहले भारतीय हैं. यह किसी देश द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को दिया जाने वाला 21वां अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार है.
PM मोदी ने कहा कि मॉरीशस के लोगों ने, यहां की सरकार ने, मुझे अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान देने का फैसला लिया है. मैं आपके निर्णय को विनम्रता से स्वीकार करता हूं. ये भारत और मॉरीशस के ऐतिहासिक रिश्तों का सम्मान है.

भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए PM मोदी ने कहा कि मैं 10 साल पहले इसी दिन मॉरीशस आया था. यह होली के एक सप्ताह बाद था और मैं अपने साथ 'फगवा' की खुशी लेकर आया था. इस बार मैं होली के रंगों को अपने साथ भारत ले जाऊंगा.
PM मोदी ने कहा कि मैं जब भी मॉरीशस आता हूं तो लगता है कि अपनों के बीच ही आया हूं. यहां की मिट्टी में कितने ही हिन्दुस्तानियों का, हमारे पुरखों का खून पसीना मिला हुआ है. हम सब एक परिवार ही तो हैं.
पीएम मोदी 2015 के बाद मॉरीशस में अपनी पहली यात्रा पर हैं. वह स्थानीय समयानुसार सुबह छह बजे मॉरीशस पहुंचे, जहां उनका गर्मजोशी से भव्य स्वागत किया गया. मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम ने माला पहनाकर उनका स्वागत किया. उनके साथ मॉरीशस के उप प्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश, नेशनल असेंबली के स्पीकर, विपक्ष के नेता, विदेश मंत्री, कैबिनेट सचिव, ग्रैंड पोर्ट डिस्ट्रिक्ट काउंसिल के अध्यक्ष और कई अन्य लोग मौजूद हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन्होंने प्रभु राम और रामायण के लिए आस्था और भावना को सालों पहले अनुभव किया था, जो आज भी वे महसूस करते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि जब अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हुई, तो भारत में उत्साह का वही ज्वार मॉरीशस में भी देखा गया. मॉरीशस ने उस समय आधे दिन की छुट्टी भी घोषित की थी, जो इस बात का प्रमाण है कि प्रभु राम और रामायण के प्रति आस्था और भावना केवल भारत में ही नहीं, बल्कि विश्वभर में फैली हुई है.
प्रधानमंत्री मोदी ने मॉरीशस के साथ भारत के आस्था और मित्रता के बंधन पर जोर दिया. उन्होंने महाकुंभ में बड़ी संख्या में लोगों के आने का उल्लेख किया और मॉरीशस के लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए महाकुंभ का पवित्र जल अपने साथ लाने की घोषणा की. यह जल गंगा तलाब में अर्पित किया जाएगा, जो एक सुखद संयोग है क्योंकि 50 साल पहले भी ऐसा ही किया गया था.
महाकुंभ के आयोजन पर क्या बोले PM मोदी?
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा ने कहा कि मॉरीशस के अनेक परिवार अभी-अभी महाकुंभ में भी होकर आए हैं. दुनिया को आश्चर्य हो रहा है. मानव इतिहास का ये विश्व का सबसे बड़ा समागम था. 65-66 करोड़ लोग इसमें पहुंचे थे. मैं महाकुंभ के समय का ही संगम का पावन जल लेकर आया हूं जिसे यहां कल गंगा तालाब को अर्पित किया जाएगा.
PM मोदी ने कहा कि एक समय बिहार दुनिया का समृद्धि का केंद्र था. अब हम मिलकर बिहार का गौरव फिर से वापस लाने के लिए काम कर रहे हैं.
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