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This Article is From Mar 15, 2024

लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पेट्रोल-डीजल हुआ सस्‍ता, जानें क्‍या कहती है आम जनता...

"जैसे सरकार ने एलपीजी सिलेंडर पर 100 रुपये घटाए थे, वैसे ही पेट्रोल के दाम भी कुछ ज्‍यादा कम किये जाने चाहिए थे. अगर पेट्रोल के दाम 80-82 रुपये प्रति लीटर कर दिये जाते, तो बहुत अच्‍छा रहता. सिर्फ 2 रुपये घटाने से आम जनता को राहत मिलने वाली नहीं है."

सिर्फ 2 रुपये घटाने से आम जनता को राहत मिलने वाली नहीं है...

नई दिल्‍ली:

लोकसभा चुनाव की घोषणा से ठीक पहले पेट्रोल और डीजल के दाम ₹2 लीटर कम किए गए हैं. यह कदम आम चुनाव की तारीखों का ऐलान करीब होने के बीच उठाया गया है. ऐसी संभावना है कि निर्वाचन आयोग जल्द ही चुनाव की तारीखों की घोषणा कर सकता है. इस कटौती के बाद राष्ट्रीय राजधानी में पेट्रोल की कीमत अब 94.72 रुपये प्रति लीटर होगी, जो फिलहाल 96.72 रुपये प्रति लीटर है. वहीं डीजल 87.62 रुपये में मिलेगा, जो अभी 89.62 रुपये प्रति लीटर है. नई कीमतें आज से लागू हो गई हैं. इस कटौती से दिल्ली वाले कितने खुश हैं या कितने नाखुश... देखिये NDTV की खास रिपोर्ट

पूर्वी दिल्‍ली के एक पेट्रोल पंप पर आए मोहम्‍मद अनीश से जब पेट्रोल-डीजल के दामों के घटने के बारे में पूछा गया, तो उन्‍होंने कहा, "सिर्फ 2 रुपये घटाए गए हैं और बढ़ाए 10 रुपये गए थे. सरकार को दाम और कम करने चाहिए थे, ये काफी नहीं है. मैं 500 रुपये प्रतिदिन कमाता हूं और लगभग 100 रुपये का पेट्रोल रोज लग जाता है, ऐसे में सिर्फ 2 रुपये घटने से कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा."

वहीं, एक अन्‍य शख्‍स बन्‍नी कहते हैं, "दो रुपये पेट्रोल-डीजल पर घटना राहत की बात है. मेरा फील्‍ड का काम है, तो एक महीने में काफी पेट्रोल लग जाता है. रुपये की कटौती से मेरा लगभग 1500 रुपये महीना बच जाएंगे." हालांकि, एक अन्‍य व्‍यक्ति कहा कि पेट्रोल के दाम 50 रुपये प्रति लीटर होने चाहिए. 2 रुपये घटाते हैं और 10 रुपये बढ़ा देते हैं, इससे जनता का कोई लाभ नहीं होता है.  

बाइक सवार सुनील ने कहा, "चुनाव आ रहे हैं, अभी तो बहुत कुछ सस्‍ता होगा...! अभी गैस का सिलेंडर और सीएनजी तो सस्‍ती हो ही गई है. ऐसी आशंका है कि चुनाव के बाद पेट्रोल-डीजल के दाम एक बार फिर बढ़ सकते हैं. अगर 2 रुपये घटा कर 10 रुपये बढ़ जाएं, तो इससे हम संतुष्‍ट नहीं हैं. ये पेट्रोल-डीजल के दाम सिर्फ चुनाव की वजह से कम हुए हैं." 

पेट्रोल लेने आए विनीत कहते हैं, "हमारे लिए 2 रुपये प्रति लीटर पेट्रोल सस्‍ता होना कोई राहत की बात नहीं है. मेरा पूरे महीने में 5-7 लीटर पेट्रोल लगता है. ऐसे में दाम घटने से सिर्फ 10-15 रुपये का अंतर होगा." वहीं, एक अन्‍य शख्‍स कहते हैं, "पेट्रोल-डीजल के दाम 2 रुपये कम होने से कुछ तो राहत मिलेगी ही. हालांकि, 5-7 रुपये घटते तो ज्‍यादा बेहतर रहता." 

एक शख्‍स पेट्रोल-डीजल के दाम घटाने की टाइमिंग पर सवाल उठाते हुए कहते हैं, "पेट्रोल-डीजल के दाम चुनाव से कुछ महीने पहले ही कम क्‍यों हो रहे हैं? ये सब चुनावों के मद्देनजर ही हो रहा है. सिलेंडर के रेट घटा दिये, सीएनजी की कीमत कम कर दी और अब 2 रुपये पेट्रोल-डीजल के दाम कम कर दिये." 

एक बाइक सवार ने कहा, "जैसे सरकार ने एलपीजी सिलेंडर पर 100 रुपये घटाए थे, वैसे ही पेट्रोल के दाम भी कुछ ज्‍यादा कम किये जाने चाहिए थे. अगर पेट्रोल के दाम 80-82 रुपये प्रति लीटर कर दिये जाते, तो बहुत अच्‍छा रहता. सिर्फ 2 रुपये घटाने से आम जनता को राहत मिलने वाली नहीं है."  

सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम विपणन कंपनियों ने लोकसभा चुनावों की घोषणा करीब आने के बीच बृहस्पतिवार शाम को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में दो-दो रुपये प्रति लीटर की कटौती कर दी. पेट्रोलियम मंत्रालय ने कहा कि पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों में संशोधन करने का फैसला किया गया है. इन पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें करीब दो साल से स्थिर बनी हुई थीं. 

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