फाइल फोटो : पाल वान ऐस
नई दिल्ली:
भारतीय हॉकी टीम एक बार फिर कोच से महरूम हो गई है। मलेशिया में हुए विवाद के बाद कोच पॉल वैन ऐस की छुट्टी हो गई है। इससे पहले होज़े ब्रासा, माइकल नॉब्स और टेरी वॉल्श जैसे विदेशी कोच भी अटपटे ढंग से कोच पद से हट चुके हैं।
पांच महीने में ही बाहर हुए?
माना जा रहा है कि महज़ पांच महीने पहले कोच के पद पर नियुक्त हुए पॉल वैन-ऐस को निकाल दिया गया है। इस बात की पुष्टि ख़ुद कोच ने की है हालांकि उन्हें अबतक औपचारिक दस्तावेज़ का इंतज़ार है। कोच ने बयान दिया, 'हॉकी इंडिया ने मुझे पद से हटा दिया है। मुझे जानकारी मिली है कि नरेंद्र बत्रा मुझे इस पद पर नहीं देखना चाहते।'
बत्रा से तनातनी का नतीजा?
मामला कुछ दिन पहले का है जब मलेशिया के ख़िलाफ़ हुए वर्ल्ड लीग सेमीफ़ाइनल्स में वैन ऐस और हॉकी इंडिया प्रेसिडेंट के बीच तनातनी हो गई थी। असल में बत्रा खिलाड़ियों से बात करने मैदान पर जा पहुंचे जिसपर कोच ने उन्हें झिड़क दिया। ये टूर्नामेंट वैन ऐस का टीम-इंडिया के साथ सिर्फ़ दूसरा असाइनमेंट था और शायद आख़िरी भी साबित हो।
हालांकि हॉकी इंडिया के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा का कहना है कि उन्होंने वैन ऐस को पद से नहीं हटाया है। उनके मुताबिक़ पॉल को 17 जुलाई को भारतीय हॉकी टीम के फ़िटनेस कैंप में शामिल होना चाहिए था जहां उन्हें वर्ल्ड हॉकी लीग सेमीफ़ाइनल्स से जुड़ी रिपोर्ट भी देनी थी।
खिलाड़ियों का होगा नुकसान
दोनों पक्षों की बात से इतना तो अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि पॉल वैन की कोचिंग में भारतीय टीम शायद ज़्यादा ना खेल पाए। ओलिंपिक खेल सिर्फ़ सालभर दूर हैं और ऐसे में मामले का सबसे ज़्यादा नुक़सान खिलाड़ियों को उठाना पड़ेगा।
पांच महीने में ही बाहर हुए?
माना जा रहा है कि महज़ पांच महीने पहले कोच के पद पर नियुक्त हुए पॉल वैन-ऐस को निकाल दिया गया है। इस बात की पुष्टि ख़ुद कोच ने की है हालांकि उन्हें अबतक औपचारिक दस्तावेज़ का इंतज़ार है। कोच ने बयान दिया, 'हॉकी इंडिया ने मुझे पद से हटा दिया है। मुझे जानकारी मिली है कि नरेंद्र बत्रा मुझे इस पद पर नहीं देखना चाहते।'
बत्रा से तनातनी का नतीजा?
मामला कुछ दिन पहले का है जब मलेशिया के ख़िलाफ़ हुए वर्ल्ड लीग सेमीफ़ाइनल्स में वैन ऐस और हॉकी इंडिया प्रेसिडेंट के बीच तनातनी हो गई थी। असल में बत्रा खिलाड़ियों से बात करने मैदान पर जा पहुंचे जिसपर कोच ने उन्हें झिड़क दिया। ये टूर्नामेंट वैन ऐस का टीम-इंडिया के साथ सिर्फ़ दूसरा असाइनमेंट था और शायद आख़िरी भी साबित हो।
हालांकि हॉकी इंडिया के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा का कहना है कि उन्होंने वैन ऐस को पद से नहीं हटाया है। उनके मुताबिक़ पॉल को 17 जुलाई को भारतीय हॉकी टीम के फ़िटनेस कैंप में शामिल होना चाहिए था जहां उन्हें वर्ल्ड हॉकी लीग सेमीफ़ाइनल्स से जुड़ी रिपोर्ट भी देनी थी।
खिलाड़ियों का होगा नुकसान
दोनों पक्षों की बात से इतना तो अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि पॉल वैन की कोचिंग में भारतीय टीम शायद ज़्यादा ना खेल पाए। ओलिंपिक खेल सिर्फ़ सालभर दूर हैं और ऐसे में मामले का सबसे ज़्यादा नुक़सान खिलाड़ियों को उठाना पड़ेगा।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
भारतीय हॉकी टीम, भारतीय हॉकी टीम के कोच पाल वान ऐस, हॉकी इंडिया अध्यक्ष नरिंदर बत्रा, पाल वान ऐस, हॉकी विश्व लीग, बहस, Indian Hockey Team, Indian Hockey Team Coach, Paul Van Ass Sacked, Hockey India President Narinder Batra, Argument