पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Punjab CM Bhagwant Mann) ने कहा है कि पटियाला में कल की झड़पें राजनीतिक थीं, न कि सांप्रदायिक. NDTV से बातचीत में उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में उनकी सरकार राज्य में शांति और सद्भाव की स्थिति को खराब नहीं होने देगी. राज्य के लोग शांति और धार्मिक सद्भाव में विश्वास रखते हैं और सरकार किसी भी कीमत पर इसे बहाल रखेगी.
मान ने कहा कि उनकी सरकार निवासियों के बीच सद्भाव बनाने के लिए विश्वास-निर्माण के उपायों सहित सभी आवश्यक कदम उठा रही है. उन्होंने कहा, "मुद्दा हल हो गया है. शिवसेना के कुछ सदस्य थे और कुछ भाजपा से, उनके जिलाध्यक्ष थे. दूसरी तरफ, शिरोमणि अकाली दल के कार्यकर्ता थे. यह दो राजनीतिक दलों के बीच का संघर्ष था. यह सांप्रदायिक संघर्ष नहीं था."
पटियाला में शिवसेना के "खालिस्तान मुर्दाबाद" मार्च के बाद दो वर्गों में बवाल, पथराव-तलवारें लहराईं
उन्होंने कहा, "पंजाब के लोग शांति और सद्भाव में विश्वास करते हैं. हम पंजाब में किसी भी तरह का ध्रुवीकरण नहीं होने देंगे. हम कानून व्यवस्था की स्थिति से कोई समझौता नहीं करेंगे. यह सीमावर्ती राज्य है. पटियाला में अब स्थिति सामान्य है."
मान, जो आज मुख्यमंत्रियों और उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों के संयुक्त सम्मेलन में भाग लेने के लिए दिल्ली में हैं, ने भी मामले में सरकारी कार्रवाई की निगरानी के लिए पंजाब वापस नहीं आने पर विरोधियों के आलोचना का भी जवाब दिया. उन्होंने एनडीटीवी से कहा, "मैं हर मिनट संपर्क में हूं और जो जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे. मैंने पुलिस अधिकारियों को हटा दिया है."
आज सुबह, भगवंत मान ने हिंसा पर पुलिस की प्रतिक्रिया पर तीन शीर्ष पुलिस अधिकारियों - पुलिस महानिरीक्षक (पटियाला रेंज), पटियाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और पुलिस अधीक्षक को हटा दिया. मुख्यमंत्री कार्यालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि मुखविंदर सिंह चिन्ना को पटियाला रेंज का नया आईजी नियुक्त किया गया है, जबकि दीपक परिक पटियाला के नए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक होंगे.
पटियाला हिंसा : बड़े पुलिस अधिकारियों पर गिरी गाज, IG, SSP और SP हटाए गए
पंजाब सरकार ने ''खालिस्तान विरोधी मार्च'' को लेकर दो समूहों के बीच हुई झड़प के एक दिन बाद शनिवार को पटियाला जिले में वॉयस कॉल को छोड़कर मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं को निलंबित कर दिया है. सेवाओं को निलंबित करने का आदेश गृह मामलों और न्याय विभाग द्वारा जारी किया गया है. इसके अलावा पटियाला में काली माता मंदिर के बाहर झड़प स्थल पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है.
गौरतलब है कि शुक्रवार को दो समूहों के बीच हुई झड़प और पथराव में चार व्यक्ति घायल हो गए थे. स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस को हवा में गोलियां चलानी पड़ीं थीं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं