Parliament Session Update: बजट सत्र के दूसरे चरण का दूसरा हफ्ता आज से शुरू गया. आज राज्यसभा में नस्लवाद और प्रदूषण के मामले पर चर्चा हुई. नस्लवाल पर चर्चा करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भाजपा के सदस्य अश्विनी वैष्णव द्वारा शून्यकाल में भारतीय मूल की रश्मि सामंत का मुद्दा उठाए कहा कि जरूरत के मुताबिक भारत, ब्रिटेन के समक्ष वहां हुई नस्लवाद की कथित घटनाओं का मुद्दा उठाएगा. उन्होंने कहा कि भारत महात्मा गांधी का देश है और नस्लवाद को लेकर अपनी आंखें फेर नहीं सकते हैं. रश्मि सामंत को कथित नस्लवाद और ‘साइबर-बुलिंग' की वजह से ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के छात्र संघ की अध्यक्ष पद से अपने निर्वाचन के पांच दिन के भीतर ही इस्तीफा देना पड़ा था. वहीं दूसरी तरफ वायु प्रदूषण और उसके नुकसानों को लेकर भी चर्चा हुई. बीजेपी सांसद हरिद्वार दुबे ने वायु प्रदूषण के चलते ताजमहल को होने वाले नुकसान का मुद्दा भी उठाया.
Here is Parliament Session Update in Hindi:
केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा कि घरेलू उत्पादन और आयात पर निर्भरता कम करने के मकसद से तैयार की गई व्यावसायिक कोयला खनन नीति के फायदों के बारे में वह झारखंड सरकार को समझाने की कोशिश कर रही है. केंद्रीय कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान कहा कि देश में कोयले के सबसे बड़े भंडार होने के बावजूद उसे ऊर्जा उत्पादन के लिए तापीय कोयले के आयात पर निर्भर रहना पड़ता है जो किसी अभिशाप से कम नहीं है.
लोकसभा में सोमवार को नौचालन के लिये सामुद्रिक सहायता विधेयक 2021 पेश किया गया जिसके माध्यम से समुद्री नौवहन के क्षेत्र में प्रौद्योगिकी संबंधी बदलाव को ध्यान में रखते हुए पोत यातायात सेवाओं के लिये नया ढांचा तैयार करने एवं उनका प्रबंधन सुगम बनाने का प्रस्ताव किया गया है. लोकसभा में पोत परिवहन मंत्री मनसुख मंडाविया ने विधेयक को पेश किया.
न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार, लोकसभा में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी, कांग्रेस, जदयू सहित कई दलों के सदस्यों ने प्रश्नकाल के दौरान पेट्रोलियम पदार्थो की बढ़ती हुई कीमतों पर सरकार से इस बारे में स्पष्टीकरण की मांग की कि कीमतों को कम करने की दिशा में क्या कदम उठाये गए हैं और क्या सरकार का विचार पेट्रोलियम उत्पादों को माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में लाने का है.
अंतरराष्ट्रीय संसदीय संस्था आईपीयू के अध्यक्ष दुआर्ते पाचेको आज राज्यसभा की कार्यवाही देख रहे हैं.
As land of Mahatma Gandhi, we can never ever turn our eyes away from racism. Particularly so when it is in a country where we have such a large diaspora. We've strong ties with UK. We'll take up such matters with great candour when required: EAM on Oxford University's racism row pic.twitter.com/s54BS8GFYE
- ANI (@ANI) March 15, 2021