पाकिस्तान ने यू-टर्न लेते हुए भारत को बताया कि वह शनिवार को भी गुरुद्वारा दरबार साहिब आने के लिए करतारपुर गलियारे से गुजरने वाले प्रत्येक श्रद्धालु से 20 डॉलर का सुविधा शुल्क लेगा. सूत्रों ने यह जानकारी दी. पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने गत सप्ताह ऐलान किया था कि नौ नवंबर को कोरिडोर के उद्घाटन वाले दिन और सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की 550वीं जयंती पर श्रद्धालुओं से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा. पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने प्रधानमंत्री इमरान खान के कथन का हवाला देते हुए बृहस्पतिवार को पुष्टि की थी कि उद्घाटन वाले दिन और 12 नवंबर को शुल्क से छूट होगी.
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करतारपुर गलियारा भारत के पंजाब में डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में अंतरराष्ट्रीय सीमा से महज चार किलोमीटर दूर करतारपुर में स्थित दरबार साहिब से जोड़ेगा. यह गलियारा शनिवार को श्रद्धालुओं के लिए खुल जाएगा. इस अवसर पर भारत और पाकिस्तान अलग अलग समारोहों का आयोजन करेंगे.
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान ने भारत को बताया कि शनिवार को भी करतारपुर गलियारे से यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को 20 डॉलर का शुल्क देना होगा. उन्होंने बताया कि बहरहाल, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि क्या उनसे भी शुल्क लिया जाएगा जो 550 सदस्यीय आधिकारिक जत्थे या प्रतिनिधिमंडल में यात्रा कर रहे हैं.
कश्मीर को लेकर द्विपक्षीय संबंधों में तनाव के बावजूद पाकिस्तान और भारत ने पिछले माह एक समझौते पर हस्ताक्षर करते हुए सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की 12 नवंबर को 550वीं जयंती के मद्देनजर नौ नवंबर को करतारपुर गलियारे के उद्घाटन का मार्ग प्रशस्त किया.
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इस समझौते के तहत हर दिन 5,000 भारतीय श्रद्धालु गुरुद्वारा दरबार साहिब में दर्शन कर सकेंगे जहां गुरु नानक ने अपने जीवन के अंतिम 18 साल बिताए थे. प्रत्येक श्रद्धालु को शुल्क के तौर पर 20 डॉलर देने होंगे. हालांकि भारत ने पाकिस्तान से अनुरोध किया है कि वह भारतीय श्रद्धालुओं से शुल्क न ले.
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