विज्ञापन

मैं 7 मिनट से बचा... पहलगाम हमले का जिपलाइन से वीडियो बनाने वाले टूरिस्ट की आपबीती

पहलगाम हमले के वायरल वीडियो में दिख रहे शख्स ने बताया कि जब मैंने जिपलाइन स्टार्ट किया था, तभी फायरिंग स्टार्ट हुई. यह करीब दोपहर 1.28 मिनट का वक्त रहा होगा. मैं मस्ती में था. मुझे कुछ भी अंदाजा नहीं था.

मैं 7 मिनट से बचा... पहलगाम हमले का जिपलाइन से वीडियो बनाने वाले टूरिस्ट की आपबीती
पहलगाम आतंकी हमले का जिपलाइन से बना एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें गोली लगते सैलानी गिरते नजर आ रहे हैं. अब पढ़िए इस वीडियो को शूट करने वाले की आपबीती.

Pahalgam Attack Live Shut Video: पहलगाम आतंकी हमले से जुड़ा एक वीडियो सोमवार को सामने आया. यह वीडियो पहलगाम की बैसरन घाटी में जिपलाइन का लुफ्त उठा रहे एक सैलानी के वीडियो में कैद हुआ था. पहलगाम हमले का यह वीडियो सबसे खौफनाक बताया जा रहा है. क्योंकि इस वीडियो में गोली लगने के बाद सैलानी जमीन पर गिरते नजर आ रहे हैं. वीडियो सामने आते ही सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा. इस वीडियो में जिपलाइन का लुफ्त ले रहे सैलानी ऋषि भट्ट ने उस दिन की पूरी कहानी साझा की है. 

दोपहर में पहलगाम पहुंचे थे, जिपलाइन पर थे तभी हुआ हमला

ऋषि भट्ट ने बताया कि हम दोपहर में पहलगाम पहुंचे थे. हमने वीडियो बनाए. कुछ तस्वीरें खीचीं. तब तक वहां माहौल ठीक था. इसके बाद हमने जिपलाइन का टिकट लिया. हमारे पहले तीन लोगों की एक फैमिली थी. उसके बाद दूसरे तीन लोगों की एक फैमिली थी. उसके बाद हम लोग थे. सब लोग नीचे पहुंच गए. मेरी वाइफ और बेटा भी नीचे पहुंच चुका था. 

जब मैंने जिपलाइन स्टार्ट किया था, तभी फायरिंग स्टार्ट हुई. यह करीब दोपहर 1.28 मिनट का वक्त रहा होगा. मैं मस्ती में था. मुझे कुछ भी अंदाजा नहीं था कि नीचे क्या चल रहा था? 

धर्म पूछ-पूछकर गोली मार रहे थे आतंकी

ऋषि भट्ट ने आगे बताया कि मैं वीडियो बना रहा था. जब मैं नीचे पहुंचा तो मेरे होश उड़ गए. मेरी पत्नी ने मुझे बताया कि उसके सामने ही उनसे पहले आए दोनों परिवारों के पुरुषों को आतंकियों ने गोलियों से उड़ाया है. धर्म पूछ-पूछकर छह फुट की दूरी से उनको गोली मारी गई थी.

7 मिनट से बच गई मेरी जिंदगी

उन्होंने आगे बताया कि मेरी वाइफ और बेटे पहले ही जिप लाइन करके नीचे पहुंच गए थे. मैं उनके कुछ देर बात वहां आया था. आतंकियों का तीसरा टारगेट मैं होता, लेकिन किस्मत ने बचा लिया. जिपलाइन पर मेरा नंबर था, लेकिन तभी वहां दो लड़के आए और उन्होंने कहा कि अंकल हमें जाने दीजिए. मैंने उन लोगों को जाने दिया और मैं बच गया. उन सात मिनट की वजह से मेरी जिंदगी बच गई.

शुरुआत में मस्ती में था, बाद में पता चला कि हमला हुआ है

ऋषि भट्ट ने बताया कि जिपलाइन पर करीब 20 सेकंड तक वह अपनी मस्ती में थे और वीडियो बना रहे थे. लेकिन उसके बाद उनको अहसास हुआ है कि आतंकी हमला हुआ है. मैं लोगों को मैदान पर नीचे गिरते देख रहा था. जैसे ही जिपलाइन खत्म हुई मैंने उसे खोला और नीचे कूद गया.

Latest and Breaking News on NDTV

मैं पत्नी और बेटे को लेकर भागा, गड्ढे में छिपा

मैं अपनी पत्नी और बेटे को लेकर भाग गया. भागते-भागते हम ऐसी जगह पर पहुंचे जहां एक गड्ढा था. वहां पहले से कुछ लोग छिपे हुए थे. हम भी वहां छिप गए. साथ आठ मिनट के बाद हम वहां से भागने लगे. इस दौरान फिर अचानक गोलियां चलने लगीं. करीब 30-35 लोग भाग रहे थे. उनमें से भी कुछ लोगों को गोलियां लगीं.       

4-5 आतंकी थे, चेहरा कवर कर रखा था

ग्राउंड के अंदर दो लोग थे. वे धर्म पूछकर मार रहे थे. वह पुरुषों को ही मार रहे थे. कुछ आतंकी झाड़ियों के अंदर से फायरिंग कर रहे थे. मेरा अंदाजा है कि करीब वे चार से पांच आतंकवादी रहे होंगे. उन्होंने अपना चेहरा कवर किया था.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे: