राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द होने के बाद विपक्ष को एकजुट करने के लिए कांग्रेस ने रात्रिभोज का आयोजन किया था. इस रात्रिभोज से शिवसेना (UBT) के नेताओं ने खुद को अलग रखा था. इसके बाद से ही ये बात सामने आने लगी थी कि क्या सही में विपक्षी पार्टी कांग्रेस के साथ हैं. लेकिन अब इस मुद्दे पर शिवसेना (UBT) के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने मंगलवार को एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई सावरकर से नहीं बल्कि मोदी से है. इसे लेकर हमारी बात हो गई है. इस बैठक में जो बातें कही गई हैं वह अच्छी बात है हमारी एकता जुड़ी रहे मुझे लगता है यह ठीक हो रहा है.
बता दें कि सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के घर पर डिनर मीटिंग में कांग्रेस समेत 18 राजनीतिक दलों के नेताओं ने शिरकत की थी. हालांकि, इस बैठक में उद्धव ठाकर छाए रहे. उद्धव ठाकरे की गैर-मौजूदगी में हुई इस मीटिंग में तय किया गया था कि विपक्षी दल वीडी सावरकर जैसे संवेदनशील विषयों पर टिप्पणी करने से दूर रहेंगे.
हाल में वीडी सावरकर पर राहुल गांधी की टिप्पणी से उद्धव ठाकरे नाराज थे और यही कारण था कि वह इस बैठक से अनुपस्थित रहे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उपनाम पर अपनी टिप्पणियों को लेकर दो साल की जेल की सजा मिलने और सांसद के रूप में अयोग्य घोषित किए जाने के बाद राहुल गांधी ने कहा था, "मेरा नाम सावरकर नहीं.. गांधी कभी माफी नहीं मांगते.
बैठक में मौजूद थे राहुल गांधी
राहुल गांधी के इसी बयान ने उद्धव ठाकरे की पार्टी को गहरा आघात पहुंचाया और उन्होंने महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन में दरार की चेतावनी देते हुए कहा था कि सावरकर हमारे आदर्श, अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे.उन्होंने कहा था कि मैं राहुल गांधी को बताना चाहता हूं कि हम एक साथ आए हैं, यह सही है.
हम इस देश में लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए एक साथ आए हैं, लेकिन ऐसा कोई बयान न दें, जो दरार पैदा करे. सूत्रों ने कहा कि रात्रिभोज के दौरान कांग्रेस ने संकेत दिया था कि वह समान विचारधारा वाले दलों की भावनाओं को ध्यान में रखेगी. सूत्रों ने कहा कि राहुल गांधी अपनी मां सोनिया गांधी के साथ इस बैठक में मौजूद थे और वक्ताओं में से एक थे.
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