
- बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने प्रियंका गांधी के अमित शाह पर हमलों के जवाब में इतिहास का हवाला दिया.
- दुबे ने नेहरू की किताब 'Glimpses of World History' का जिक्र कर कांग्रेस की नीयत पर सवाल उठाए.
- बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि जो लोग इतिहास भूल जाते हैं, वह मिट्टी में मिल जाते हैं.
संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा में हिस्सा लेते हुए बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा गृह मंत्री अमित शाह पर किए गए हमले का जवाब दिया. प्रियंका ने इतिहास की बात उठाई तो बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने इतिहास की घटनाओं का ही जिक्र करते हुए उन पर निशाना साधा. दुबे ने कहा कि नेहरू आपके दादा-नाना होंगे, लेकिन वो देश के पहले प्रधानमंत्री थे. उनके किए कारनामों पर सवाल उठाने का हमें पूरा अधिकार है.
जो इतिहास को भूलता है, मिट्टी में मिल जाता है
झारखंड के गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि सांसद प्रियंका काफी कुछ बोलकर गईं. उन्होंने (प्रियंका ने) कहा कि इतिहास से उन्हें कोई मतलब नहीं है, वर्तमान में जीना चाहिए. दुबे ने कहा कि जो व्यक्ति, देश, समाज इतिहास को भूल जाता है, वो अपने आपको मिट्टी में मिला लेता है. हमें इतिहास से सीखना चाहिए और वर्तमान में जीना चाहिए.
लम्हों ने खता की, सदियों ने सजा पाई...
उन्होंने आगे कहा कि प्रियंका और राहुल गांधी को लगता है कि नेहरू पर उनका स्टांप है. नेहरू आपके दादा-नाना हो सकते हैं, लेकिन वो देश के पहले प्रधानमंत्री थे. उनके किए कारनामों पर प्रश्न उठाने का मेरा पूरा अधिकार है. लम्हों ने खता की, सदियों ने सजा पाई... तो हम जो सजा पा रहे हैं, उसके बारे में प्रश्न उठाने का हमें पूरा अधिकार है.
नेहरू की किताब के हवाले से किए वार
दुबे ने कहा कि नेहरू ने एक किताब लिखी थी- Glimpses of world history. दुबे ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी और विपक्षी दलों की मानसिकता यहीं से निकलती है. उन्होंने कहा कि इस किताब में नेहरू ने लिखा था कि मोहम्मद गजनी वॉरियर (योद्धा) था. वही मोहम्मद गजनी, जिस हम सभी लुटेरा, उस जमाने का टेररिस्ट मानते हैं. नेहरू ने लिखा था कि गजनी तो सिर्फ अपने साम्राज्य का विस्तार करने आया था, उसने हिंदुओं पर कोई जुर्म नहीं किया. यही मानसिकता आज विपक्ष की है.
लियाकत अली का जिक्र कर नेहरू पर हमले
निशिकांत दुबे ने कहा कि ये परिवार उन्हीं नेहरू के किए कामों पर सवाल उठा रहा है. आखिर पाकिस्तान क्यों बना? पाकिस्तान को जिन दो लोगों ने बनवाया, उनमें एक जिन्ना थे और दूसरे लियाकत अली थे. लियाकत अली इस देश का कट्टर नागरिक बनना चाहता था. वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश का था और वह यहीं (संसद) में बैठकर राजनीति करना चाहता था.
बीजेपी सांसद दुबे ने कहा कि लियाकत ने अपनी आत्मकथा में लिखा है कि 1946 में जब अंतरिम सरकार बनी, तब नेहरू ने अपनी बहन विजयलक्ष्मी पंडित को मॉस्को का राजदूत बना दिया. इससे लियाकत इतना दुखी हुआ कि तभी तय कर लिया कि जिस दिन भारत का बंटवारा होगा, वह पाकिस्तान चला जाएगा. उसके बाद हिंदुस्तान और पाकिस्तान का बंटवारा हो गया.
प्रियंका गांधी ने क्या कहा था?
प्रियंका गांधी ने विशेष चर्चा में हिस्सा लेते हुए पाकिस्तान के साथ युद्धविराम पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि गृह मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के पास हमारी शरण में आने के बजाए कोई चारा नहीं था. सवाल है कि आपने शरण दी क्यों? आतंकी हमारे देश में आकर लोगों को मार डालते हैं और आप उन्हें शरण दे रहे हैं. आपने इस बात का जवाब अपने एक भी भाषण में क्यों नहीं दिया?
प्रियंका ने आगे कहा कि जैसे ही शरण की बात उठी, गृह मंत्री इतिहास में चले गए. वह नेहरू जी, इंदिरा जी से लेकर मेरी मां (सोनिया) के आंसुओं तक पहुंच गए, लेकिन इस सवाल का जवाब नहीं दिया कि जंग क्यों रुकी?
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