उत्तरप्रदेश में जहूराबाद के विधायक और सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर (OP Rajbhar) को “Y” श्रेणी की सुरक्षा दी गई है. ये सुरक्षा शासन के निर्देश पर दिया गया है. ओपी राजभर को कल ही राष्ट्रपति नतीजे के दिन “Y” श्रेणी की सुरक्षा दी गई है. सरकार के इस फैसले के बाद सियासी गलियारों में अटकलबाजी का दौर चल रहा है कि संभवतः आगामी लोकसभा चुनाव में कुछ नया राजनीतिक समीकरण देखने को मिल जाए. गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव में ओपी राजभर ने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के साथ गठबंधन किया था और जमकर केन्द्र सरकार पर हमला बोला था.
बहरहाल, इधर कुछ दिनों से ओपी राजभर के अंदाज बदले हुए से थे. उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव से पहले अमित शाह से भी मुलाकात की थी. राष्ट्रपति चुनाव में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से बग़ावत कर राजभर ने NDA की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) का समर्थन किया था. वे लखनऊ में एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार मुर्मू के लिए आयोजित भोज में भी गए थे. राजभर का कहना था कि अखिलेश ने उन्हें विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) के लिए आयोजित भोज में नहीं बुलाया था इसलिए उन्होंने एनडीए का साथ देने का फैसला लिया है.
इतना ही नहीं, आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा उपचुनाव में सपा की हार के बाद से ओपी राजभर समाजवादी पार्टी के खिलाफ काफी बयान दे रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया था कि अल्पसंख्यक मतदाता अब समाजवादी पार्टी को अपना समर्थन नहीं दे रहे हैं. इतना ही नहीं उन्होंने कहा था कि उपचुनाव के दौरान पार्टी के सेनापति एसी कमरे से बाहर नहीं निकले. उनका इशारा अखिलेश यादव की तरफ था.
बता दें कि ओपी राजभर के राजनीतिक दल सुभासपा के पास 6 विधायक हैं.
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