
ओएनजीसी और तटरक्षक बल यानी कोस्टगार्ड की त्वरित कार्रवाई से अरब सागर में बड़ा हादसा होने से बच गया. ONGC के मुताबिक 24 जुलाई की शाम अरब सागर में एक खाली एलपीजी टैंकर 'गैस योडला' का इंजन फेल हो गया और वो अनियंत्रित होकर बहने लगा. जहाज पर 17 लोग सवार थे, जिनमें आठ भारतीय और नौ यूक्रेनियन शामिल थे. समुद्र में ओएनजीसी D1 से टकराने का खतरा पैदा हो गया जो मात्र 20 नॉटिकल माइल दूर था. अगर ऐसा हो जाता तो बड़ी दुर्घटना हो जाती. सूचना मिलते होओएनजीसी, ओडीएजी, डीजी शिपिंग और कोस्टगार्ड ने अपने पोत और टग बोट मदद के लिए भेजा.
इस बात का ख्याल रखा गया कि बहता हुआ जहाज ONGC फील्ड से दूर रहे और किसी से टकराये नहीं. इस बीच चालक दल ने एमवी गैस योडला के इंजन की सफलतापूर्वक मरम्मत की और 25 जुलाई को सुबह 5:15 बजे तक इसके आपातकालीन जनरेटर को चालू कर दिया.
बाद में वाटर लिली टग बोट के जरिये उसे सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया. इस तरह सूचना मिलते ही त्वरित कार्रवाई और सभी एजेंसियों के समन्वय से समंदर में एक बड़ी दुर्घटना होने से टल गई.
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