गुजरात के एक वैज्ञानिक ने आरोप लगाया है कि उन्हें और उनके दोस्तों को अमेरिका के अटलांटा में 'गरबा' कार्यक्रम में प्रवेश नहीं दिया गया. उनका आरोप है कि आयोजकों ने उनसे कहा कि उनका उपनाम और वह शक्ल से 'हिन्दू' नहीं लगते. वडोदरा के रहने वाले करन जानी (29) 'लेजर इंटरफेरोमीटर ग्रेविटेशनल वेव आब्जर्वेटरी' (एलआईजीओ) में अंतरिक्ष भौतिक विज्ञानी हैं. एलआईजीओ 'काल्टेक' और 'एमआईटी' द्वारा संचालित विशाल भौतिक विज्ञान परीक्षण एवं वेधशाला है, जिसमें अंतरिक्ष गुरुत्वाकर्षण तरंगों का पता लगाया जाता है.
जानी ने इस कथित घटना के बाद 12 अक्टूबर को किए ट्वीट में आरोप लगाया, 'अमेरिका के अटलांटा में शक्ति मंदिर ने मुझे तथा मेरे दोस्तों को गरबा खेलने से रोकने के लिए प्रवेश नहीं दिया, क्योंकि (उनका कहना था कि) 'आप हिन्दू नहीं लगते तथा पहचानपत्रों में आपका अंतिम नाम हिन्दू नहीं लगता.' जानी ने कहा कि वह तथा उनके मित्रों को इस आधार पर प्रवेश नहीं दिया गया कि वे 'इस्माइली, वोहरा और सिंधी' हैं.
गुजरात के वडोदरा में रहते हैं करन जानी के पिता पंकज जानी.
इस बीच, वडोदरा में रह रहे उनके पिता पंकज जानी ने संवाददाताओं से कहा कि करन ने इस घटना के बाद उनसे बात की और वह नर्वस है. पंकज ने कहा, 'कार्यकर्ताओं ने उसे रोका और उससे पूछा कि वह हिन्दू नहीं लगता और उसका उपनाम भी हिन्दू जैसा नहीं लगता. उन्होंने उसका पहचानपत्र जांचा जिस पर राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह थे. इसके बावजूद उसे प्रवेश नहीं दिया गया. बाद में उसने फोन पर मुझसे बात की और वह परेशान था.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं