बेंगलुरु : बेंगलुरु शहर से तक़रीबन 100 किलोमीटर दूर मेकेदातू में कावेरी नदी के ऊपर चक डैम बनाने का काम एक महीने के अंदर शुरू करने की मांग को लेकर कन्नड़ संगठनों ने एक दिन का बंद बुलाया था।
18 कन्नड़ संगठनों के संयोजक वाटल नागराज ने बताया कि अगर एक महीने के अंदर कर्नाटक की सिद्धारमैय्या सरकार ने मेकेदातु प्रोजेक्ट पर काम शुरू नहीं किया तो राज्यभर में वो धरना प्रदर्शन शुरू कर देंगे।
बाद में इन संगठनों ने बेंगलुरु के टाउन हॉल से लेकर फ्रीडम पार्क तक एक रैली भी निकाली। बेंगलुरु, मैसूरु, मंगलुरु, हुबली, धड़वार, बेलगाम जैसे शहरों में बंद का व्यापक असर देखने को मिला।
एहतियात के तौर पर कर्नाटक और तमिलनाडु के बीच बस सेवा पूरी तरह रोक दी गयी। कर्नाटक तमिलनाडु बॉर्डर पर अत्तिबेले में सड़क पर टायर जलाने की कुछ घटनाएं सामने आईं।
तक़रीबन साढ़े चार सौ करोड़ की लगत से बनने वाले इस डैम के लिए इस साल के बजट में 25 करोड़ रुपये दिए गए हैं। हाल ही में तमिलनाडु में इस प्रोजेक्ट के खिलाफ किसानों ने प्रदर्शन किया था।
तमिलनाडु के लोगों को आशंका है कि बांध बनने से कावेरी नदी का पानी उन्हें ठीक से नहीं मिलेगा। हालांकि कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने ये साफ़ किया है कि कावेरी वाटर डिस्प्यूट ट्रिब्यूनल के फैसले के मुताबिक हर साल 192 टीएमसी पानी हर हालत में तमिलनाडु को दिया जाएगा।
कर्नाटक सरकार बेहतर पेय जल प्रबंधन और हाइड्रो प्रोजेक्ट के ज़रिए बिजली उत्पादन के लिए इस बांध को बनवाना चाहती है।