नोएडा स्थित सुपरटेक ट्विन टावर के गिरने के बाद अब मलबा समेटने का काम किया जा रहा है. इस काम में कई ट्रैक्टरों को लगाया गया है. साथ ही इमारतों और पेड़ों पर जमा धूल हटाने के लिए पानी का छिड़काव किया जा रहा है. एटीएस विलेज की ओर कुछ मलबा गिरा है. करीब 80 हजार टन मलबा इकट्ठा हुआ है. बताया जा रहा है इसे पूरी तरह हटाने में करीब तीन महीने लग जाएंगे.
फिलहाल यहां पर करीब 200 सफाईकर्मी पहुंचे हैं. ध्वस्तीकरण से जुड़े लोगों और सफाईकर्मियों को ही अंदर जाने दिया जा रहा है. पुलिस ने रास्ता बंद किया हुआ है. वहीं थोड़ा सा मलबा सड़क पर भी गिरा है. जिस तरीके से प्लॉन किया गया था, उसी हिसाब से ध्वस्त किया गया है. जानकारी के मुताबिक, साफ-सफाई के बाद एक सर्वे होगा. इसके बाद ही सोसाइटी के लोग अपने घर में जा सकते हैं.
टेक्निकल टीम सर्वे कर रही है. टावर के ध्वस्तीकरण के बाद 100 टैंकरों से पानी का छिड़काव हो रहा है. नोएडा ट्विन टावर गिरने के बाद एडिफाइस के परियोजना प्रमुख मयूर मेहता ने कहा कि जैसा सोचा गया था वैसा ही हुआ है. मेहता ने कहा कि एटीएस विलेज में 10 मीटर बाउंड्री टूटी है, इसका पहले से अनुमान था. इस बारे में पहले ही बता दिया गया था.
बता दें कि ट्विन टावर की ध्वस्तीकरण से पहले वहां के दो सबसे नजदीकी सोसायटी-एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज के 5,000 से अधिक निवासियों और उनके 150 से 200 पालतू जानवरों को रविवार सुबह सात बजे तक वहां से निकाल दिया गया था. दोनों परिसरों से लगभग तीन हजार वाहन भी हटा गए थे. वहीं, करीब 500 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी मौके पर तैनात किए गए थे. वहीं किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन सतर्क था.
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