आज नोएडा स्थित सुपरटेक ट्विन टावर को ध्वस्त कर दिया गया. दोपहर में ठीक 2:30 बजे विस्फोट किया गया, जिसके बाद नौ सेंकेंड के भीतर 40 मंजिला इमारतें मलबे में तब्दील हो गईं. इस काम के पीछे बहुत से लोगों की टीम थी. ब्लास्ट के वक्त साइट पर जो छह लोग मौजूद थे, उनमें से एक हैं चेतन दत्ता. चेतन दत्ता ने ही वो बटन दबाया, जिससे ब्लास्ट हुआ.
उन्होंने कहा कि हमने ब्लॉस्ट से पहले 30 घंटे पहले किसी से बात नहीं की. हम सब चुप थे. नर्वस थे. हमने 2:20 पर सॉयरन बजाया. जेट कंपनी के मिस्टर जो ने डॉयनमो चार्ज किया. मैंने बटन दबाया. हमने 70 मीटर दूर से बटन दबाया. ब्लॉस्ट होते ही कुछ सेकेंड बाद ही चारों ओर धूल ही धूल था. कुछ दिखाई नहीं दे रहा था.
चेतन ने बताया कि हम पहले सुपरटेक एमिरल्ड पहुंचे, वहां सब ठीक था. फिर ऐटीएस विलेज गए, वहां एक दीवार टूटी थी. फिर हमने नोएडा अथारिटी को बताया सब ठीक है. हमने एक-दूसरे से कहा कि सल्फ़ी लेते हैं. पर सेल्फ़ी किसी ने नहीं ली. सब एक-दूसरे से गले लगकर खूब रोए. जेट कंपनी के मिस्टर जो , उत्कर्ष सब रोते रहे.
वहीं, नोएडा ट्विन टावर गिरने के बाद एडिफाइस के परियोजना प्रमुख मयूर मेहता ने कहा कि जैसा सोचा गया था वैसा ही हुआ है. उनके साथ हमारे सहयोगी सौरभ शुक्ला ने बातचीत की. मेहता ने कहा कि एटीएस विलेज में 10 मीटर बाउंड्री टूटी है, इसका पहले से अनुमान था. इस बारे में पहले ही बता दिया गया था.
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